बर्लिन। जासूस को जहर दिए जाने के मामले में एक तरफ यहां पश्चिमी देश रूस के खिलाफ एकजुट हो गए हैं। वहीं जर्मनी ने कहा है कि वह 'शीत युद्ध' से बचना चाहता है और जासूसी कांड में अमेरिका और पश्चिमी देशों के साथ खड़ा होने के बावजूद रूस के साथ संवाद को जारी रखने का इच्छुक है।
जर्मन सरकार में रूस के लिए संयोजक गेर्नोट एर्लेर ने एक समाचार पत्र को दिए साक्षात्कार में यह बात कही है। उन्होंने कहा कि जर्मनी से रूस के चार राजनयिकों को वापस भेजने का निर्णय इंग्लैंड में रूस के पूर्व जासूस सर्गेई स्क्रिपल की हत्या के बाद ब्रिटेन के साथ एकजुटता का सूचक था। जासूस हत्या के मामले में जर्मनी ने अपने रुख पर कायम होने के बावजूद रूस से संवाद के सभी रास्ते खुले रखे हैं।
एर्लेर ने कहा, "हम अपने रुख पर अडिग हैं लेकिन हम रूस के साथ संवाद जारी रखना चाहते हैं। हम नये 'शीत युद्ध' से बचने के लिए हर संभव प्रयास करेंगे।''