कैलिफोर्निया। वह ऊपर गया और नीचे भी आया लेकिन भाप से चलने वाला उसका रॉकेट थोड़ा सा टूट गया। फिर भी उसका मिशन पूरा हो गया। वह एक सेल्फ मेड रॉकेट साइंटिस्ट है जो समझता है कि दुनिया सपाट है। उसके आलोचक उसकी तुलना स्टंटमैन इवेल निवेल की बजाय कार्टूनिस्ट विले ई कोयोट से करते हैं।
मैड (सनकी) माइक ह्यूस अपने बनाए रॉकेट में सवार होकर 1875 फीट ऊपर गए और उसके बाद उन्होंने मोजावे मरुस्थल में लैंडिंग भी की। लेकिन ये लैंडिंग सामान्य नहीं थी, रॉकेट टूट गया और उन्हें काफी चोटें भी आई। उन्होंने कहा कि चोट लगने की वजह से सिर्फ पीठ में थोड़ा दर्द है बाकी वह ठीक हैं। यूस कहते हैं, लोग कहने लगे थे कि मैं डर गया इसलिए मैंने रॉकेट बनाना छोड़ दिया। इस बात से मैं तंग आ गया था। इसी वजह से मैंने रॉकेट बनाया। इस रॉकेट की लॉन्चिंग पहले नवंबर में होनी थी लेकिन तकनीकी व लैंड मैनेजमेंट से जुड़ी समस्याओं को चलते इसका विचार कई बार छोड़ दिया गया।