बीजिंग। चीन में शी जिनपिंग को दोबारा राष्ट्रपति चुने जाने के बाद बड़े स्तर पर मंत्रिमंडल में फेरबदल हुआ है। इन बड़े बदलावों के बीच विदेश मंत्री वांग यी को विदेश मंत्रालय के अतिरिक्त पदोन्नत कर स्टेट काउंसलर की जिम्मेदारी भी दी गयी है।
चीन के हितों का अंतरराष्ट्रीय स्तर पर मजबूती के साथ बचाव करने वाले वांग यी के पास अब चीन के दो शीर्ष राजनयिक पद हैं। अपने प्रभावशाली व्यक्तित्व तथा अंतरराष्ट्रीय स्तर पर चीन के राष्ट्रीय हितों को मजबूती के साथ रखने वाले वांग यी चीन की सरकारी मीडिया में 'सिल्वर फॉक्स' नाम से मशहूर हैं।
विदेश मंत्री वांग यी को दक्षिण चीन सागर समेत कई अहम मुद्दों पर अपने कड़े रुख के लिये जाना जाता है। 64 वर्षीय वांग यी 2013 से ही चीन के विदेश मंत्री के पद पर हैं। धाराप्रवाह जापानी बोलने वाले वांग यी टोक्यो में चीन के राजदूत भी रह चुके हैं। इसके अलावा वांग ताइवान मामलों को लेकर चीन की रणनीति बनाने वाले कार्यालय के भी प्रमुख रह चुके हैं।
गौरतलब है कि 'नेशनल पीपुल्स कांग्रेस' को अक्सर रबर स्टांप संसद भी कहा जाता है। चीन में कैबिनेट के प्रति जवाबदेह स्टेट काउंसलर वरीयता में मंत्री से बड़ा होता है। वांग यी के लिये एक ही समय में मंत्री और स्टेट काउंसलर के पद पर रहना काफी असामान्य होगा।