सोल। भ्रष्टाचार के आरोपों पर घिरे दक्षिण कोरिया के पूर्व राष्ट्रपति ली म्युंग बाक ने स्वीकार किया कि उन्होंने सरकारी खुफिया एजेंसी से घूस ली थी। ऐसा पद पर रहने के दौरान किया। पूछताछ में उन्होंने बताया कि घूस के रूप में उन्होंने एक लाख डॉलर लिए। कई घंटे चली पूछताछ के बाद ली गुरुवार को घर लौटे। इसके साथ ही आपराधिक जांच में घिरे देश के जीवित पूर्व नेताओं में नया नाम अब ली का भी जुड़ गया है।
स्थानीय समाचार एजेंसी योनहैप ने एक अभियोजन अधिकारी के हवाले से बताया कि पूर्व राष्ट्रपति ने भ्रष्टाचार के कई आरोपों से तो इनकार किया, लेकिन उनके एक सहयोगी के जरिए नेशनल इंटेलिजेंस सर्विस (एनआईएस) से अनधिकृत तौर पर रकम लेने की बात स्वीकार की। हाल के सप्ताह में 76 वर्षीय पूर्व राष्ट्रपति के रिश्तेदारों एवं सहयोगियों पर भी उनके राष्ट्रपति कार्यकाल के दौरान भ्रष्टाचार में संलिप्त रहने के आरोप लगे हैं।
हालांकि राष्ट्रपति ली ने कई आरोपों से इनकार किया, लेकिन कुछ तथ्यों को स्वीकारे भी। उन्होंने घूस में ली रकम का क्या किया इस बारे में कोई जानकारी नहीं दी और बाकी की रकम लेने की बात भी खारिज कर दी। ली के एक पूर्व सहायक किम ही जूंग ने हैंकूक इलबो समाचार-पत्र को बताया कि ली की अमेरिका यात्रा के दौरान वर्ष 2011 में उसने खुद ली की पत्नी को एक लाख डॉलर की रकम सौंपी थी।