बोस्टन। भारत के पहले नोबेल पुरस्कार विजेता रवींद्रनाथ टैगोर की किताब ‘द किंग आॅफ द डार्क चैंबर’ अमेरिका में सात सौ डॉलर (करीब 45 हजार रुपए) में नीलाम हुई। यह किताब 1916 में मैकमिलन कंपनी द्वारा प्रकाशित की गई थी। दरअसल, यह पुस्तक टैगोर के बंगाली में लिखे नाटक ‘राजा’ का अंग्रेजी अनुवाद है। इस नाटक की कहानी एक रहस्यमय राजा के इर्द-गिर्द घूमती है। किताब की प्रस्तावना टैगोर ने खुद फाउंटेन पेन से लिखी है। इसके कवर पर उनके हस्ताक्षर भी हैं।
अमेरिका स्थित नीलामी हाउस आरआर आॅक्शन के अनुसार हम उम्मीद कर रहे थे कि आॅनलाइन नीलामी में यह पांच सौ डॉलर (करीब 32 हजार रुपए) में नीलाम होगी, लेकिन इसने उम्मीद से बेहतर कमाई की है। टैगोर ने सभी साहित्यिक शैलियों में लिखा है। वह ऐसे पहले कवि थे, जिनकी कविताओं के 50 से ज्यादा संस्करण प्रकाशित हो चुके हैं। ब्रिटेन ने उन्हें 1915 में नाइटहुड की उपाधि दी थी। हालांकि 1919 में हुए जलियांवाला बाग नरसंहार के बाद उन्होंने नाइटहुड की उपाधि लौटा दी थी।