तेहरान। ईरान के राष्ट्रपति हसन रुहानी ने रविवार को कहा कि वह अमेरिका के दवाब में आकर बातचीत की पेशकश नहीं करेंगे और पहले अमेरिका उन पर लगे प्रतिबंधों को हटाए इसके बाद ही वार्ता की कोशिश की जाएगी। रुहानी ने संवाददाता सम्मेलन के दौरान कहा, अगर अमेरिका परमाणु समझौते में वापस आ जाए और हम पर लगे प्रतिबंध हटा दे तो बातचीत की कोशिश की जा सकती है। इसके अलावा अमेरिका के साथ वार्ता की कोई गुंजाइश नहीं है। उन्होंने पश्चिम एशिया में सुरक्षा के मुद्दे पर कहा कि ईरान क्षेत्र में शांति का पक्षधर है। उनके अनुसार ईरान के बिना इस क्षेत्र में सुरक्षा सुनिश्चित नहीं की जा सकती। उल्लेखनीय है कि 2015 में ईरान, फ्रांस, जर्मनी, ब्रिटेन, रुस, चीन और अमेरिका ने परमाणु समझौते पर हस्ताक्षर किए थे लेकिन मई 20418 में अमेरिका इस समझौते से हट गया था और उसने ईरान पर प्रतिबंध लगा दिए थे, जिसके बाद दोनों देशों के बीच आपसी रिश्तों में खटास आ गयी थी।