ब्रासीलिया। प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने ब्रिक्स देशों के बीच आपसी व्यापार और निवेश पर विशेष ध्यान देने की जरूरत पर बल दिया और इन देशों में जल प्रबंधन एवं स्वच्छता की चुनौतियों से निपटने की रणनीति बनाने का आवेदन किया। मोदी ने 11वीं ब्रिक्स शिखर बैठक के उद्घाटन सत्र में अपने संबोधन में शिखर बैठक की थीम - ‘नवान्वेषी भविष्य के लिए आर्थिक प्रगति’ को बहुत सटीक बताते हुए कहा कि नवान्वेषण हमारे विकास का आधार बन चुका है।
इसलिए आवश्यक है कि हम नवान्वेषण के लिए ब्रिक्स के अंतर्गत सहयोग मजÞबूत करें। उन्होंने कहा कि अब हमें अगले दस सालों में ब्रिक्स की दिशा, तथा आपसी सहयोग को और प्रभावी बनाने पर विचार करना होगा। कई क्षेत्रों में सफलता के बावजूद कुछ क्षेत्रों में प्रयास बढ़ाने की काफी गुंजाइश है। प्रधानमंत्री ने कहा कि हमें आपसी व्यापार और निवेश पर विशेष ध्यान देने की जरूरत है। ब्रिक्स देशों के बीच व्यापार, विश्व व्यापार का सिर्फ 15 प्रतिशत है जबकि हमारी सम्मिलित आबादी दुनिया की आबादी की 40 प्रतिशत से ज्यादा है।
उन्होंने कहा, ‘‘हाल ही में भारत में हमने ‘फिट इंडिया मूवमेंट’ शुरू किया है। मैं चाहता हूं कि फिटनेस और स्वास्थ्य के क्षेत्र में हमारे बीच संपर्क और आदान-प्रदान बढ़े।’’ मोदी ने शहरी क्षेत्रों में सतत जलप्रबंधन और स्वच्छता को महत्वपूर्ण चुनौतियां बताते हुए कहा, ‘‘मैं भारत में ब्रिक्स जल मंत्रियों की पहली बैठक आयोजित करने का प्रस्ताव करता हूँ।’’
उन्होंने इस बात पर खुशी इजहार किया कि ब्रिक्स की आतंकवाद निरोधक रणनीतियों पर पहली संगोष्ठी का आयोजन किया गया। उन्होंने आशा जतायी कि ऐसे प्रयासों और पाँच कार्य समूह की गतिविधियाँ आतंकवाद और दूसरे संगठित अपराध के खिलाफÞ सशक्त ब्रिक्स सुरक्षा सहयोग बढ़ाएंगीं। उन्होंने कहा कि वीजा, सामाजिक सुरक्षा करार और अर्हताओं की परस्पर मान्यता से हम पाँच देशों के लोगों को परस्पर यात्रा और काम के लिए और अनुकूल माहौल मिलेगा।