पेरिस। फ्रांस ने आतंकवादी संगठन अल कायदा से जुड़े अफ्रीकी जिहादी समूह के एक शीर्ष नेता अली मायचो के माली के साहेल में पिछले माह मारे जाने की घोषणा की है। ग्रूप टू सपोर्ट इस्लाम एंड मुस्लिम (जीएसआईएम) नामक संगठन के सह संस्थापक मोरोक्कन अली मायचो माली के सालेह इलाके में आठ अक्टूबर की रात सेना के जवानों और अमेरिकी समर्थित सेना की मदद से मारा गया।
फ्रांस की रक्षा मंत्री फ्लोरेंस पार्ली ने पश्चिम अफ्रीका के सरकारी दौरे से मंगलवार को लौटने के दौरान विमान में यह बात की। यह घोषणा ऐसे समय में हुई जब सुश्री पार्ली ने जिहादी हमले में कई सैनिकों के मारे जाने के बाद यूरोपीय ताकतों के समर्थन का माली को आश्वासन दिया है। सुश्री पार्ली ने कहा,‘‘ अमेरिकियों सहित विभिन्न देशों के लिए अली साहेल में दूसरा सबसे वांछित आतंकवादी था।’’ जीएसआईएम ने साहेल में सबसे बड़े हमलों की जिम्मेदारी ली है।
फ्रांस, अफ्रीकी पड़ोसियों और संयुक्त राष्ट्र की मदद के बावजूद माली की सेना विद्रोह को रोकने के लिए संघर्ष कर रही है। माली रवाना होने से पहले मंगलवार को फ्रांसीसी रक्षा मंत्री ने विश्वास व्यक्त किया कि फ्रांस, जिसने 2014 में साहेल में अपने 4,500-मजबूत बर्खाने बल को तैनात किया, सैन्य मदद को बढ़ावा देने के लिए यूरोपीय भागीदारों को समझाने के प्रयासों में सफलता हासिल करे के करीब है।