सोल। दक्षिण कोरिया के राष्ट्रपति मून जे इन ने मंगलवार को कहा कि जापान के प्रधानमंत्री शिंजो आबे के साथ हुयी मुलाकात काफी सार्थक रही और फिर से बातचीत की शुरुआत हो सकती है। योन्हाप संवाद एजेंसी ने श्री मून के हवाले से कहा,‘‘मेरी आबे से साथ सार्थक बैठक हुई जो बातचीत की शुरुआती बिंदु हो सकता है।’’ गौरतलब है कि थाईलैंड की राजधानी बैंकॉक में आसियान समेत चार सम्मलनों के इतर सर्वश्री मून और आबे ने 11 मिनट तक बैठक की जिसमें द्विपक्षीय संबंधों को लेकर संक्षिप्त चर्चा भी हुई।
दक्षिण कोरियाई राष्ट्रपति भवन से जारी वक्तव्य के मुताबिक बैठक के दौरान दोनों नेताओं ने दोनों देशों के संबंधों के महत्व की तसदीक की तथा बातचीत के जरिये सभी मौजूदा समस्याओं के समाधान के लिए अपनी प्रतिबद्धताओं का इजहार किया। सितंबर 2018 के बाद से दोनों नेताओं की यह पहली मुलाकात थी। इससे पहले सितंबर 2018 में न्यूयार्क में संयुक्त राष्ट्र महासभा के 73वें सत्र के इतर दोनों नेताओं ने मुलाकात की थी। दक्षिण कोरिया और जापान के संबंध गत जुलाई से खराब होने शुरू हुए जब जापान ने सोल को निर्यात होने वाले तीन उच्च प्रौद्योगिकी वाले रसायनों को भेजे जाने पर रोक लगा दी।
ये तीनों ही अवयव दक्षिण कोरियाई प्रौद्योगिकी उद्योग से जुड़े लोगों के लिए महत्वपूर्ण हैं। यही नहीं जापान ने दक्षिण कोरिया को व्यापार सहयोगी की सूची से भी हटा दिया। जापान ने यह कदम दक्षिण कोरिया के अदालत के उस फैसले के बाद उठाया था जिसमें जापानी कंपनियों को कोरिया के उन पूर्व श्रमिकों को मुआवजा भुगतान करने को कहा गया होगा जिन्हें द्वितीय विश्व युद्ध के दौरान की औपनिवेशिक शक्ति जापान ने मजदूरी के लिए मजबूर किया था। मुआवजा के संबंध में जापान की आधिकारिक स्थिति यह है कि बुनियादी संबंधों पर द्विपक्षीय 1965 संधि ने इस मामले को पूरी तरह से हल कर दिया था।