व्लादिवोस्तोक। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने गुरुवार को कहा कि भारत ईंधन और ऊर्जा जरूरतों के लिए भले ही ईरान पर निर्भर हो लेकिन हाल में तेजी से बदलते घटनाक्रम के मद्देनजर अपने जहाजों और टैंकरों की सुरक्षा सुनिश्चित करने के लिए सभी एहतियाती कदम उठाये हैं। मोदी ने यहां ईस्टर्न इकोनॉमिक फोरम (ईईएफ) में रूसी राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन और जापान के प्रधानंत्री शिंजो आबे के साथ मंच साझा करते हुए कहा, ‘‘यह सच है कि भारत अपनी ऊर्जा सुरक्षा के लिए ईरान पर काफी निर्भर है लेकिन वहां हाल में हुए घटनाक्रम और उनका हम पर कोई दुष्प्रभाव नहीं हो, यह सुनिश्चित करने के लिए हमने सभी जरूरी कदम उठाये हैं। हमने भारतीय जहाजों और टैंकरों की सुरक्षा सुनिश्चित करने के लिए सभी इंतजाम किये हैं। यह किसी को निशाना बनाने अथवा किसी के मामले में हस्तक्षेप करने के लिए नहीं है।’’
मोदी ने कहा कि भारत ने कभी भी किसी को निशाना बनाने का नहीं सोचा और न ही यह कोई मसला है। इसका हम पर वैश्विक तौर पर कोई नकारात्मक असर नहीं पड़ेगा। उन्होंने कहा, ‘‘भारतीय सुरक्षा बल हमेशा वैश्विक शांति मिशन का हिस्सा रहे हैं। आज तक हमने कभी भी आक्रामकता के बारे में विचार नहीं किया।’’ एक सवाल के जवाब में प्रधानमंत्री ने महात्मा गांधी को उद्धृत करते हुए कहा, ‘‘हम जहां कहीं भी रहें, हमें अपने बच्चों के लिए विश्व को सुरक्षित रखने के वास्ते काम करना होगा।’’ उन्होंने कहा कि इस पीढ़ी के लोगों को माता पृथ्वी के प्रति अपनी जिम्मेदारी समझनी चाहिए।