वाशिंगटन। अमेरिका के राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने हॉलैंड के प्रधानमंत्री मार्क रुटे के साथ हुई मुलाकात के दौरान पांच वर्ष पहले दुर्घटनाग्रस्त हुए एमएच-17 विमान की जांच को लेकर चर्चा की है। व्हाइट हाउस ने बयान जारी कर कहा, ‘‘दोनों नेताओं के बीच पांच वर्ष पहले मलेशिया एयरलाइन्स के विमान एमएच-17 के दुर्घटनाग्रस्त की जांच को लेकर चर्चा हुई। अमेरिका डच अधिकारियों और संयुक्त जांच टीम की जांच में पूरी तरह से मदद करने को लेकर आश्वस्त है।’’
उल्लेखनीय है कि पांच वर्ष पूर्व 17 जुलाई 2014 को मलेशिया एयरलाइन्स का विमान बोइंग 777 ने एम्स्टर्डम से कुआलालम्पुर के लिए उड़ान भरी थी लेकिन विमान यूक्रेन के डोनबास क्षेत्र में दुर्घटनाग्रस्त हो गया था। इस हादसे में विमान में सवार सभी 298 लोगों की जान चली गई थी जिनमें ज्यादातर डच और मलेशिया के निवासी थे। हालांकि यूक्रेन की सरकार ने विमान हादसे के पीछे स्थानीय सेना का हाथ बताया था जबकि सेना ने विमान हादसे में उसके शामिल होने की खबरों का खंडन किया था।
अमेरिका और उसके कुछ साथियों ने बिना सबूत के इस हादसे के लिए रुस को जिम्मेदार ठहराया था। लेकिन रुस ने अपने ऊपर लगे आरोपों को निराधार करार दिया था। हालांकि संयुक्त जांच टीम ने अंतरिम रिपोर्ट में बताया था कि विमान को रुस निर्मित बुक मिसाइल से उड़ाया गया था। रुस के रक्षा मंत्रालय ने इसे खारिज करते हुए कहा था कि इन मिसाइल का इस्तेमाल 2011 में ही बंद कर दिया गया था।
इसके बाद जून में संयुक्त जांच टीम ने विमान हादसे के लिए चार लोगों के जिम्मेदार ठहराया था जिनमें तीन रुस के थे और एक यूक्रेन का था। रुस के विदेश मंत्रालय ने कहा कि संयुक्त जांच टीम का विमान हादसे के लिए रुस को जिम्मेदार ठहराना सच्चाई से परे है। उन्होंने साथ ही कहा कि यह जांच एक तरफा की जा रही है।