इस्लामाबाद। पाकिस्तान सरकार ने सोमवार को यहां भारत के उच्चायोग को विभिन्न जेलों में बंद 261 कैदियों की सूची सौंपी। पाकिस्तान के विदेश मंत्रालय ने यहां जारी बयान में कहा कि यह कदम पाकिस्तान और भारत के बीच ‘कांसुलर एक्सेस समझौते’ के प्रावधानों के अनुरूप है, जिस पर 21 मई, 2008 को हस्ताक्षर किए गए थे, जिसके तहत दोनों देशों को एक दूसरे की हिरासत में कैदियों की सूची का आदान-प्रदान करना आवश्यक है यह साल में दो बार क्रमश: एक जनवरी और एक जुलाई को होता है। उन्होंने बयान में कहा कि कैदियों में 52 नागरिक और 209 मछुआरे हैं। बयान में यह भी कहा गया भारत सरकार पाकिस्तानी उच्चायोग के साथ पाकिस्तानी कैदियों की सूची भी नयी दिल्ली में साझा करेगी। पाकिस्तान और भारत ने नियमित रूप से समुद्री सीमा को पार कर अवैध रूप से मछली पकड़ने के दौरान मछुआरों को गिरफ्तार किया है।
लेकिन दोनों पड़ोसी देश अभी तक इन मुद्दों को सुलझाने के लिए समुद्री सीमाओं के किसी समझौते पर नहीं पहुचे हैं। पाकिस्तानी अधिकारियों ने कहा कि अप्रैल 2019 से अभी तक सद्भावना के रूप में 300 भारतीय मछुआरों को छोड़ा गया है। इस वर्ष जम्मू-कश्मीर के पुलवामा में 14 फरवरी को हुए आत्मघाती बम विस्फोट के बाद दोनों देशों में तनाव के बीच कैदियों की सूची का आदान-प्रदान किया गया। जम्मू-श्रीनगर राष्ट्रीय राजमार्ग पर सुरक्षा कर्मियों को ले जाने वाले वाहनों के एक काफिले पर पुलवामा के लेपोरा में एक वाहन से आत्मघाती हमलावर ने हमला किया गया था जिसमें केंद्रीय रिजर्व पुलिस बल के 40 से अधिक जवान शहीद हो गये थे।