पेरिस। फ्रांस के राष्ट्रपति इमैनुएल मैक्रों ने कहा कि वह एक मरीज की त्रासदी से दुखी हैं जो एक दशक से भावशून्य है लेकिन वह उसके जीवन को खत्म करने के अदालत के फैसले पर रोक लगाने को लेकर हस्तक्षेप नहीं करेंगे। मेक्रॉ ने फेसबुक पर एक बयान में कहा, 'यह मेरे पर नहीं है कि हम उनके डॉक्टरों के मूल्यांकन के आधार पर फैसलों को स्थगित करें और यह हमारे कानूनों का अनुपालन करता है।' विन्सेन्ट लैम्बर्ट 2008 में एक मोटरसाइकिल दुर्घटना के बाद से निष्क्रिय अवस्था में रहा है।
फ्रांस में इच्छामृत्यु अवैध है लेकिन डॉक्टर आवश्यक देखभाल वापस ले सकते हैं। इस मामले ने उनके परिवार और फ्रांसीसी समाज को विभाजित कर दिया है। पत्नी और भाई-बहन उनकी जीवन रक्षक प्रणाली हटाने की मांग कर रहे हैं जबकि उनके धार्मिक कैथोलिक माता-पिता ने जोर देकर कहा कि उन्हें जीवित रखा जाना चाहिए। यूरोपीय मानवाधिकार न्यायालय ने 2015 में एक फ्रांसीसी अदालत के पोषण एवं जलयोजन प्रणालियों को बंद करने के फैसले को सही ठहराया था। डॉक्टरों ने सोमवार को अदालत के आदेश को लागू करना शुरू कर दिया।