वॉशिंगटन। अमेरिकी संचार नेटवर्क को विदेशी दुश्मनों से बचाने के उद्देश्य से राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने बुधवार को राष्ट्रीय आपातकाल की घोषणा कर दी। व्हाइट हाउस की प्रेस सचिव सारा सैंडर्स ने एक बयान में कहा, यह आदेश संघीय सरकार को अमेरिकी कंपनियों को राष्ट्रीय सुरक्षा के लिए अस्वीकार्य जोखिम पैदा करने वाले विदेशी प्रौद्योगिकी आपूर्तिकर्ताओं से व्यापारिक लेन-देन करने से रोकने की शक्ति देता है। बयान के अनुसार, ट्रंप ने अमेरिका की सूचना और संचार प्रौद्योगिकी तथा सेवाओं की रक्षा करने की अपनी प्रतिबद्धता के तहत यह आदेश जारी किया है। व्हाइट हाउस ने एक बयान में कहा, राष्ट्रपति ने यह स्पष्ट कर दिया है कि यह प्रशासन अमेरिका को सुरक्षित और समृद्ध बनाए रखने के लिए और अमेरिका में सूचना और संचार प्रौद्योगिकी के बुनियादी ढांचे में कमजोरी पैदा कर रहे और उनका दुरुपयोग करने वाले विदेशी दुश्मनों से अमेरिका की रक्षा करने के लिए जो कुछ भी जरूरी है वह करेगा।
बयान में आगे लिखा है, यह आदेश अमेरिका में सूचना एवं संचार प्रौद्योगिकी तथा सेवाओं से संबंधित खतरों को देखते हुए राष्ट्रीय आपातकाल घोषित करता है और वाणिज्य मंत्री को राष्ट्रीय सुरक्षा के लिए खतरा पैदा करने वाले लेन-देन पर प्रतिबंध लगाने का अधिकार देता है। रिपोर्ट्स पर विश्वास किया जाए तो, ट्रंप का यह आदेश चीन की प्रमुख टेलीकॉम कंपनी हुआवेई के लिए है। अमेरिका मानता है कि चीन हुआवेई के उपकरणों का उपयोग सर्विलांस के लिए कर सकता है। दुनिया की तीसरी सबसे बड़ी स्मार्टफोन निर्माता कंपनी ने इन आरोपों को बार-बार खारिज किया है। ट्रंप ने पिछले साल एक विधेयक पारित किया था जिसमें, अमेरिकी सरकार और उसके साथ काम करने वाले लोगों को हुआवेई और चीन की कई अन्य संचार कंपनियों के उत्पादों का उपयोग करने से प्रतिबंधित कर दिया गया था।
अगले माह द. कोरिया जाएंगे डोनाल्ड ट्रंप
अमेरिका के राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप दक्षिण कोरिया के राष्ट्रपति मून जेई इन से मुलाकात करने के लिए जून में वहां की यात्रा करेंगे और उत्तर कोरिया पर परमाणु हथियार नष्ट करने के लिए दबाव बनाने के प्रयासों पर चर्चा करेंगे। ट्रंप और उत्तर कोरिया के नेता किम जोंग उन के बीच फरवरी में वियतनाम की राजधानी हनोई में हुई वार्ता परमाणु निरस्त्रीकरण सबंधी किसी समझौते पर पहुंचे बिना ही समय से पहले समाप्त हो गई थी। व्हाइट हाउस ने बुधवार को एक बयान में बताया कि ट्रंप और मून उत्तर कोरिया के पूरी तरह से पुष्ट एवं अंतिम परमाणु निरस्त्रीकरण को हासिल करने के प्रयासों पर निकट समन्वय जारी रखेंगे। दक्षिण कोरिया के राष्ट्रपति कार्यालय ने एक बयान जारी करके कहा कि दोनों नेता कोरियाई प्रायद्वीप के पूर्ण परमाणु निरस्त्रीकरण के जरिए स्थायी शांति स्थापित करने को लेकर वार्ता करेंगे।