ढाका। लीबिया से नाव के जरिए यूरोप पहुंचने का प्रयास कर रहे 60 लोगों को ले जा रही एक नाव के शुक्रवार को डूबने से 37 बंगलादेशियों की मौत हो गयी। त्रिपोली स्थित बंगलादेशी दूतावास ने इसकी पुष्टि की है। त्रिपोली में बंगलादेश दूतावास ने श्रमिकों के वकील अशरफुल इस्लाम ने 37 लोगों की मौत की पुष्टि की है। उन्होंने कहा कि प्राथमिक तौर पर हमें पता चला है कि नाव में 51 बंगलादेशी सवार थे। घटना की विस्तृत जानकारी के लिए वह ट्यूनीशिया में रेड क्रिसेंट के संपर्क में है। अभी तक ट्यूनीशिया नहीं पहुंचा जा सका है। रविवार तक वहां पहुंचने की उम्मीद है। ट्यूनीशिया के रेड क्रिसेंट के प्रमुख मोंगी स्लिम ने शनिवार को बताया कि लीबिया के जोउरा में लगभग 75 प्रवासी नाव के जरिये आये थे।
स्लिम ने टेलीफोन पर कहा कि ट्यूनीशियाई मछली पकड़ने की नाव से केवल 16 लोगों को बचाया गया है और उनमें से 14 बंगलादेशी हैं। उन्होंने कहा कि बंगलादेश, मिस्र, मोरक्को, उप-सहारा अफ्रीका आदि देशों के नागरिक लापता हैं। संयुक्त राष्ट्र के अनुसार लीबिया से यूरोप जा रहे कम से कम 164 लोग समुद्र पार करने के दौरान पहले चार महीनों में डूब चुके हैं। अंतरराष्ट्रीय संगठन माइग्रेशन ने शुक्रवार को हुयी इस घटना को जनवरी के बाद से अब तक की नाव डूबने की सबसे भीषण दुर्घटना करार दिया है। बंगलादेशी बेहतर जीवन की उम्मीद में यूरोप पहुंचने के लिए समुद्र का जोखिम भरा रास्ता अपनाते हैं और समुद्र में हुये हादसे में अक्सर जान खो देते हैं। बीबीसी बंगला ने दावा किया कि ज्यादातर पीड़ति बंगलादेशी थे।