इस्लामाबाद। पुलवामा में केंद्रीय रिजर्व पुलिस बल के काफिले पर आत्मघाती हमले के बाद भारत के आक्रामक रुख और अंतरराष्ट्रीय स्तर पर बढ़ते दबाव के बीच पाकिस्तान ने बुधवार को कहा कि वह भारत के सैन्य अधिकारियों स्तर पर साप्ताहिक बातचीत को जारी रखने के लिए प्रतिबद्ध है। विदेश मंत्री शाह महमूद कुरैशी ने कहा,‘‘दोनों देशों के सैन्य अभियानों के महानिदेशक स्तर पर हरेक मंगलवार को बातचीत की जाती रही है। हम उस संपर्क को फिर से बहाल करने के लिए तैयार हैं।’’ कुरैशी ने संवाददाताओं से कहा कि पाकिस्तान ने करतारपुर गलियारे मामले पर भारत के साथ विचार-विमर्श के लिए पूर्व निर्धारित बैठक में भाग लेने का भी निर्णय किया है।
उन्होंने कहा,‘‘वादे के मुताबिक एक प्रतिनिधिमंडल 14 मार्च को दिल्ली जाने के लिए तैयार है ताकि करतारपुर गलियारे के निर्माण का काम शुरू हो सके।’’ इससे पूर्व पाकिस्तान ने मंगलवार को घोषणा की थी कि भारत में उसके उच्चायुक्त सोहेल महमूद नयी दिल्ली लौटेंगे और भारत के साथ करतारपुर गलियारे पर वार्ता पूर्व निर्धारित कार्यक्रम के अनुसार 14 मार्च को होगी। पाकिस्तान के विदेश मंत्रालय ने यहां एक बयान में कहा,‘‘भारत में पाकिस्तान के उच्चायुक्त नयी दिल्ली लौटेंगे, जिन्हें विचार विमर्श के लिए इस्लामाबाद बुलाया गया था।’’ पाकिस्तान में भारत के कार्यवाहक उच्चायुक्त गौरव अहलुवालिया को पाकिस्तान के दक्षिण एशिया एवं दक्षेस मामलों के महानिदेशक मोहम्मद फैजल ने यहां विदेश मंत्रालय में बुलाकर सरकार के इस निर्णय की जानकारी दी।
गौरतलब है कि दोनों देशों के बीच पाकिस्तान में सक्रिय आतंकवादी संगठन जैश-ए-मोहम्मद के आतंकवादियों की ओर से जम्मू कश्मीर के पुलवामा में केंद्रीय रिजर्व पुलिस बल के काफिले पर आत्मघाती हमले को अंजाम देने के बाद से तनाव बढ़ गया था। हमले में सीआरपीएफ के 44 जवान शहीद हो गये थे। भारत ने इस हमले के जवाब में पाकिस्तान के बालाकोट में आतंकवादी प्रशिक्षण शिविरों पर हवाई हमले किये थे जिसमें जैश-ए-मोहम्मद के कई शीर्ष कमांडर मारे गये थे। इसके बाद से पाकिस्तान पर अंतरराष्ट्रीय दबाव बढ़ रहा था।