फ्रैंकफर्ट (जर्मनी)। जर्मनी में अमेरिकी राजदूत ने रूस के नॉर्ड स्ट्रीम 2 गैस पाइपलाइन से जुड़ी कंपनियों के खिलाफ प्रतिबंधों की चेतावनी दी है। बर्लिन स्थित अमेरिकी दूतावास ने रविवार को इसकी पुष्टि की। बता दें कि बाल्टिक सागर के पार मौजूदा पाइपलाइन की क्षमता को दोगुना करने के लिए नॉर्ड स्ट्रीम 2 पर निर्माण शुरू हो चुका है। इस परियोजना को पूरा करने में जर्मनी की विंटर्सहॉल और यूनीपर, डच-ब्रिटिश फर्म शेल, फ्रांस की एंजी और आस्ट्रिया की ओएमवी सहित कई कंपनियां अहम भूमिका निभा रही हैं।
दूतावास के प्रवक्ता ने बताया कि राजदूत रिचर्ड ग्रेनेल ने इस संबंध में कंपनियों को लिखे एक पत्र में याद दिलाया है कि रूसी ऊर्जा निर्यात पाइपलाइन क्षेत्र में काम करने वाली कोई भी कंपनी काटसा (काउंटरिंग अमेरिकन एडवर्सरीज थू्र सेंक्शन्स) के तहत खतरे में है। बता दें कि ईरान, रूस और उत्तर कोरिया को ध्यान में रखकर 2017 में काटसा कानून बनाया गया था। प्रवक्ता ने बताया कि ट्रंप के सहयोगी ग्रेनेल के पत्र का मतलब धमकी नहीं है बल्कि अमेरिकी नीति का स्पष्ट का संदेश है।