सोल। दक्षिण कोरिया के राष्ट्रपति मून जे-इन ने गुरुवार को कहा कि उनका देश ने उत्तर कोरिया पर लगाए गए अंतरराष्ट्रीय प्रतिबंधों को हटाने में अमेरिका और अन्य इच्छुक देशों के साथ सहयोग करना चाहता है। राष्ट्रपति ने नये साल के मौके पर टेलीविजन चैनलों पर प्रसारित अपने संबोधन में कहा,‘‘हम अंतरराष्ट्रीय प्रतिबंधों के शेष मुद्दे के जल्द से जल्द निपटारे के लिए अमेरिका और अन्य देशों के साथ हमारे सहयोग को बनाए रखेंगे। हम कोरियाई प्रायद्वीप पर शांति के मार्ग पर चलते हैं और हम इस साल इस मार्ग पर तेजी से आगे बढ़ेंगे।’’ मून ने तर्क दिया कि निकट भविष्य में कोरियाई प्रायद्वीप पर संकट के निपटारे में ‘एक और सफलता’ हाथ लगेगी। उत्तर कोरिया के नेता किम जोंग उन की अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप से दूसरी बार जल्द ही शिखर बैठक होने और सोल की यात्रा की उम्मीद है। मून ने कहा कि प्रतिबंधों का निपटारा उत्तर कोरिया के परमाणु निरस्त्रीकरण की गति पर निर्भर करता है। उन्होंने कहा,‘‘उत्तर कोरिया को परमाणुकरण के लिए अधिक निर्णायक और वास्तविक कदम उठाने चाहिए।’’ उन्होंने कहा कि इन कार्यों पर चर्चा एवं निर्धारण आगामी किम-ट्रंप बैठक का एक महत्वपूर्ण कार्य होगा।
मून ने कहा कि किम ने उन्हें अपने हाल के शिखर बैटक के दौरान आश्वासन दिया कि ‘पूर्ण परमाणु निरस्त्रीकरण’ को लेकर उनकी समझ चीन, रूस, दक्षिण कोरिया और अमेरिका से अलग नहीं है। किम ने माना कि दक्षिण और उत्तर के बीच युद्ध का औपचारिक अंत और परमाणु निरस्त्रीकरण दक्षिण कोरिया में अमेरिकी सैन्य बलों की मौजूदगी से संबंधित नहीं है। संयुक्त राष्ट्र के प्रस्तावों का उल्लंघन करते हुए उत्तर कोरिया की ओर से किए गए मिसाइल प्रक्षेपण और परमाणु परीक्षणों के जवाब में प्योंगयांग पर विभिन्न आर्थिक और कूटनीतिक प्रतिबंध लगाए गए हैं।