वॉशिंगटन। यमन की नागरिक एक मां के प्यार के आगे अमेरिकी सरकार को झुकना पड़ा और उसे अमेरिका आने की अनुमति देनी पड़ी, जिसके बाद जीवन रक्षक प्रणाली पर उपचाररत दो वर्ष के पुत्र से मिलने पीड़ति महिला यहां पहुंच गई है। मिस्र में रहने वाली यमनी नागरिक शायमा स्विलेह को कई बार अमेरिका में प्रवेश करने से रोका गया। उनका दो वर्षीय पुत्र अब्दुल्लाह हसन एक दिमागी बीमारी के साथ पैदा हुआ। चिकित्सकों का कहना है कि वह जीवित नहीं रह पाएगा।
अब्दुल्लाह के 22 वर्षीय पिता अली हसन ने कहा कि इस दुखद स्थिति में वह अमेरिका में अब गरिमा के साथ अपने पुत्र का इलाज करवाएंगे। स्विलेह बुधवार देर रात सैन फ्रांसिस्को अंतरराष्ट्रीय हवाई अड्डे पहुंची, जहां शुभचिंतकों की भीड़ ने उनका स्वागत किया और उन्हें शुभकामनाएं दीं। स्विलेह अब शहर स्थित बच्चों के अस्पताल में जाएंगी, जहां उनका बेटा जीवन रक्षक प्रणाली पर है। परिवार का प्रतिनिधि करने वाले वकालती समूह अमेरिका-इस्लाम संबंध परिषद (सीएआईआर) ने बताया कि अमेरिकी विदेश विभाग ने स्विलेह के अमेरिका में प्रवेश करने के लिए मंगलवार सुबह अनुमति दे दी थी।