पूजा पाठ करते समय जाने अनजाने में हमसे ऐसी बहुत सी गलतियां हो जाती है जिसकी वजह से हमको अपनी पूजा का फल नहीं मिल पाता है, क्योंकि मान्यताओं के अनुसार शाम के समय किये गए वर्जित कुछ कार्यों की वजह से देवतागण नाराज हो जाते है और ये कार्य हमारी दरिद्रता का कारण बनते है। शाम के समय कुछ काम ऐसे होते हैं जो हमें भूलकर भी नहीं करनी चाहिए। आज हम आपको कुछ ऐसे ही कामों के बारे में बता रहे हैं जो किसी को भी सूर्यास्त के बाद भूलकर भी नहीं करना चाहिए।
झाडू लगाना- अपने अक्सर बड़े बूढ़ों से सुना होगा की सूर्यास्त के बाद कभी भी घर में झाड़ू नहीं लगाना चाहिए। ऐसा करने पर घर से सकारात्मक ऊर्जा बाहर निकल जाती है और घर में दरिद्रता आती है। और मां लक्ष्मी रूठ जाती है और हमारे धन का भी घाटा हो सकता है। शाम से पहले ही घर साफ कर लेना चाहिए। इसलिए सूर्यास्त के बाद में कभी घर पर झाडू लगाएं और ना ही किसी को पैसा उधार दे।
तुलसी के पत्ते तोडना- हिन्दू शास्त्रों के अनुसार दिन ढलने के बाद तुलसी को ना तो जल चढ़ाना चाहिए और ना ही उसके पत्तों को छूना चाहिए और नहीं तोड़ना चाहिए। क्योंकि शास्त्र बताते हैं कि रात के समय तुलसी में देवताओं का वास होता है और उस वक्त अगर हम उनकी पत्तियां तोड़ेंगे तो उससे उनका अपमान होगा। इसलिए इस बात का अवश्य ध्यान रखें और सूर्यास्त के बाद कभी भी तुलसी के पत्तों को हाथ न लगाएं।
सफेद चीज का दान- सूर्यास्त के समय अगर आपके घर पर कोई दूध, दही या प्याज मांगने आए तो इन तीनों चीजों को देने से साफ मना कर दें। क्योंकि इसमें चंद्र का वास होता है। और अगर हम क्या चीज किसी को दे देंगे तो इसे चंद्र नाराज हो सकता है। इसलिए शाम को सूर्यास्त के बाद यह चीजें किसी दूसरों को देने से परहेज करना चाहिए। ताकि घर में सुख शांति बनी रहे और चंद्र देवता खुश रहें।
बिस्तर पर बैठकर भोजन करना- शाम ढलने के बाद कभी भी हमें बिस्तर पर बैठ कर खाना नहीं खाना चाहिए. क्योंकि अगर आप ऐसा कर सकते करते है तो यह आपके लिए काफी नुकसानदायक होगा. क्योंकि हम जिस बिस्तर पर बैठ कर खाना खाते हैं तो उसके बाद नकारात्मक विचार हमारे ऊपर हावी हो सकते है. क्योंकि ज्योतिष विद्या के अनुसार हम जहां पर खाना खाते हैं वहां अनेक तरह की बातें करते हैं और जिससे वहां का वातावरण नकारात्मक हो जाता है. अगर हम उस नकारात्मक वातावरण में सोएंगे तो हमें बुरे ख्याल सपने में अवश्य दिखाई देंगे. इसलिए इस बात का ध्यान दें कि सोने की जगह के आस पास कभी भी खाना ना खाएं।
रसोई में जूठ बर्तन- रात में भोजन के बाद कभी भी रसोई में जूठ बर्तन नहीं छोड़ने चाहिए। रसोईघर को पूरी तरह से साफ़ करके ही सोना चाहिए। इससे घर की समृद्धि बनी रहती हैं, और नकारात्मक उर्जा घर से दूर रहती हैं। घर में वैभव सम्पनता और खुशाली के लिए रात को सोने से पहले बर्तन धोकर रसोई को साफ़ करके सोये।
शाम के समय सोना- आपने देखा होगा की बहुत से लोग सूर्यास्त के समय अपने कामकाज से लौट कर आते है और थक कर सो जाते है। लेकिन हिंदू शास्त्रों के अनुसार सूर्य ढलने और रात होने के समय कभी भी नहीं सोना चाहिए। क्योंकि जब दोनों समय आपस में मिलते हैं तो अगर आप उस समय सोते हैं तो आपके घर में कभी भी बरकत नहीं होगी. इसलिए इस बात का ध्यान रखें।