शाहजहांपुर। उत्तर प्रदेश में शाहजहांपुर के बहुचर्चित राजकीय ठेकेदार राकेश यादव हत्यकांड का पुलिस ने आखिरकार रविवार को खुलासा कर दिया। पुलिस ने महिला और शार्प शूटर समेत पांच लोगों को गिरफ्तार कर लिया है। पुलिस ने उनके पास से हत्या में प्रयुक्त लाईसेंसी पिस्टल समेत अवैध तमंचा भी बरामद कर लिया है। जबकि विदेश भागे हत्याकांड के मास्टरमाइंड की गिरफ्तारी के लिए पुलिस प्रयास कर रही है। पुलिस अधीक्षक एस चनप्पा ने कहा कि राकेश की हत्या पुरानी रंजिश के चलते की गई थी।
कटिया टोला निवासी अंशुमान गुप्ता के पुत्र अभयराज ने अपनी मां मीता गुप्ता के साथ मिलकर हत्या की साजिश रची थी। उसने हत्या के लिए मेरठ के दो शूटरों का सहयोग लेकर 20 लाख रुपये की सुपारी देकर हत्या करवा दी। हत्या में सहयोगी के रूप में भी दो अन्य लोग शामिल थे। जिन्होंने शूटरों को हथियार उपलब्ध करवाए और उन्हें सुरक्षित शाहजहांपुर से बाहर निकाला। पुलिस अधीक्षक ने कहा कि अभयराज की राकेश से पारिवारिक रंजिश थी।
घटना के मास्टरमाइंड अभयराज की दोस्ती मध्यप्रदेश के इंदौर निवासी आसिफ से थी जो नवम्बर माह में उसके पास शाहजहांपुर आया था। इसी दौरान अभयराज ने अपनी माँ मीता गुप्ता और विशाल विद्यार्थी के साथ मिलकर राकेश यादव की 20 लाख रुपये देकर शार्प शूटरों से हत्या करवाने की योजना बनाई। आसिफ के साथ मिलकर अभयराज, विशाल विद्यार्थी, गोपाल दीक्षित मेरठ से अपनी कर से अन्य शूटर गौरव जिंदल और राहुल चौधरी को लेकर शाहजहांपुर आये।
जिसके बाद अभय राज हत्या की पूरी योजना बनाकर हत्या से पहले ही बैंकॉक फरार हो गया जिससे उस पर शक ना हो। गौतलब है कि दो दिसंबर को थाना सदर बाजार क्षेत्र के लोक निर्माण विभाग कार्यालय प्रांगण में कटिया टोला निवासी राजकीय ठेकेदार राकेश यादव की दो लोगो ने गोली मारकर हत्या कर दी थी। इसी मामले में राकेश यादव का प्राइवेट गनर कुलदीप उर्फ सोनू गोली लगने से घायल हो गया था।