लखनऊ। उत्तर प्रदेश सरकार ने गौ संरक्षण में अनिमियतिता बरतने के आरोप में महाराजगंज के जिलाधिकारी समेत पांच वरिष्ठ अधिकारियों को तत्काल प्रभाव से निलंबित कर दिया है। मुख्य सचिव आर के तिवारी ने सोमवार को बताया कि गौ संरक्षण में लापरवाही बरतने के आरोप में महाराजगंज के जिलाधिकारी अमरनाथ उपाध्याय, उप जिलाधिकारी सत्या मिश्रा, पूर्व उप जिलाधिकारी देवेंद्र कुमार, मुख्य पशु चिकित्सा अधिकारी राजीव उपाध्याय और पशु चिकित्सा अधिकारी वीके मौर्य को तत्काल प्रभाव से निलम्बित कर दिया गया है। सभी निलंबित अधिकारियों के खिलाफ अनुशासनात्मक कार्रवाई के भी निर्देश दिये गये हैं।
उन्होने बताया कि जिले के मधुबलिया गो सदन में अभिलेखों के अनुसार गो वंशों की तादाद 2500 बतायी गयी थी जबकि स्थलीय निरीक्षण में वहां सिर्फ 900 गोवंश पाये गये। जांच रिपोर्ट सरकार को प्रेषित की गयी जिसके बाद मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने इसे गंभीर अनियमितिता करार दिया और उनके निर्देश पर आज यह कार्यवाही की गयी। तिवारी ने बताया कि अपर आयुक्त गोरखपुर के नेतृत्व वाली जांच समिति ने बताया कि गोवंश की संख्या में कमी पर कोई अधिकारी साफ जवाब नहीं दे सका। गोवंश के रिकार्ड में हेरफेर यह दर्शाने के लिये काफी है कि इस बारे कोई अधिकारी गंभीर नहीं था। उन्होने बताया कि निलंबित जिलाधिकारी अमरनाथ उपाध्याय को प्रतीक्षा सूची में डाल दिया गया है जबकि उनके स्थान पर प्रयागराज के नगर आयुक्त डॉ. उज्जवल को नियुक्त किया गया है।