गोरखपुर। मुख्यमंत्री एवं गोरक्षपीठाधीश्वर योगी आदित्यनाथ ने मकर संक्रांति के पावन पर्व पर नाथ सम्प्रदाय के प्रसिद्ध शिवावतारी गोरक्षनाथ मंदिर में खिचड़ी का भोग लगाया। योगी ने तड़के चार बजे गोरक्षनाथ मंदिर में खिचड़ी चढ़ाई जिसके बाद मंदिर में परम्परागत रूप से खिचड़ी चढ़ाने का सिलसिला शुरू हो गया। चटक धूप के बीच यहां आस्था का सैलाब हिलोरे मारता दिखायी पड़ा। बड़ी तादाद में श्रद्धालुओं ने कतारबद्ध होकर शिवावतारी गोरक्षनाथ के दर्शन किये और भोग लगाकर परिवार की सुख समृद्धि की कामना की। सदियों से गोरक्षनाथ मंदिर में मकर संक्रान्ति के दिन खिचड़ी यानी कच्चा चावल,दाल और तिल चढ़ाने की परम्परा रही है। मान्यता के अनुसार योगी गोरखनाथ हिंमाचल प्रदेश के कांगड़ा के ज्वाला मंदिर से भ्रमण के बाद गोरखपुर आये थे और यहीं से उन्होंने अपने योग स्थल पर मकर संक्रान्ति के दिन खिचड़ी चढ़ाने की शुरूआत की थी। पूर्वी उत्तर प्रदेश के गोरखपुर में स्थित गोरखनाथ मंदिर में उत्तर प्रदेश के विभिन्न जिलों के अलावा बिहार तथा पड़ोसी देश नेपाल से भी भारी संख्या में श्रद्धालु खिचड़ी चढ़ाने आते हैं।
---सुरक्षा के पुख्ता इंतजाम
श्रद्धालुओं ने मंदिर परिसर में स्थित भीम सरोवर में पहले स्रान किया और उसके बाद योगी गोरखनाथ का दर्शन कर के बाद खिचड़ी चढ़ाई। भीम सरोवर में देश के सभी पवित्र नदियों का जल डाला गया है। इसी के साथ गोरखनाथ मंदिर परिसर में एक माह तक चलने वाला भव्य मेला भी शुरू हो गया जिसे खिचड़ी मेला कहा जाता है। मेले में बिहार, दिल्ली, कोलकाता आदि प्रान्तों से दुकानदार आये हैं। सुरक्षा के मद्देनजर मेले में जाने वाले श्रद्धालुओं को मेटल डिटेक्टर से होकर गुजरना पड़ रहा है। भारी संख्या में पुलिस पीएसी के जवानों को तैनात किया गया है। सुरक्षा के लिए 1500 स्वयं सेवक मंदिर की तरफ से लगाये गये हैं। सुरक्षा के मद्देनजर मंदिर परिसर को चार सुरक्षा जोन और 11 सेक्टरों में विभाजित किया गया है।
---देर रात चला खिचड़ी चढ़ाने का सिलसिला
मंदिर में आने जाने लोगों पर सीसीटीवी कैमरों की मदद से पैनी नजर रखी जा रही है। खिचड़ी चढ़ाने का सिलसिला देर रात तक चला जिसमें लगभग 12 लाख से अधिक श्रद्धालुओं द्वारा खिचड़ी चढ़ाने का अनुमान है। इस मौके पर गोरखनाथ क्षेत्र में यातायात व्यवस्था में फेरबदल भी किया गया है। योगी मंदिर परिसर का भ्रमण लगातार करते रहे। मेला परिसर में बच्चों के मनोरंजन के लिए झूला, खानपान की दुकानें, महिलाओं के सौन्दर्य प्रसाधन और रोजमर्रा के इस्तेमाल वस्तुओं की दुकान पर भारी भीड़ है।