जयपुर। राजस्थान में भारतीय जनता पार्टी के प्रदेशाध्यक्ष मदनलाल सैनी ने कहा कि कांग्रेस सरकार ने राज्य में राजनीतिक नुकसान से बचने के लिए थानागाजी सामुहिक दुष्कर्म सहित विभिन्न स्थानों पर महिलाओं के साथ हुए दुष्कर्म के मामलों को पहले तो दबाये रखा, अब उसे राजनीति का मुद्दा बनाने से इन्कार कर रही है। सैनी ने आज यहां जारी बयान में कहा कि कांग्रेस के राष्ट्रीय अध्यक्ष राहुल गांधी और मुख्यमंत्री अशोक गहलोत पीड़िता से मिलते हैं, तो कांग्रेस की नजर में वह ठीक है, लेकिन अन्य राजनीतिक दलों के प्रतिनिधि मिलते हैं तो कांग्रेस को तकलीफ होती है। उन्होंने कहा कि कांग्रेस ‘‘नौ सौ चूहे खाकर बिल्ली हज को चली’’ जैसा आचरण कर रही है।
कांग्रेस की सरकार अब गम्भीर होने का दावा कर रही है, किन्तु उनकी यह गम्भीरता राज्य में चुनाव निपटने और जनता के सड़कों पर उतरने के बाद आई है। सैनी ने कहा कि कांग्रेस सरकार को राजस्थान में कानून व्यवस्था ठीक करने के लिए प्रयास करना चाहिए। राजस्थान की जनता कांग्रेस सरकार की अकर्मण्यता, असंवेदनशीलता और लापरवाही से त्रस्त है। किसान कर्जमाफी की प्रतीक्षा कर रहे हैं, बेरोजगार युवा बेरोजगारी भत्ते की प्रतीक्षा कर रहे हैं जबकि महिलाएं अपनी सुरक्षा के लिए चिंतित हैं। उन्होंने कहा कि कांग्रेस की सरकार बनने के बाद अपराध बढ़ गए है। पुलिस अधिकारियों पर हमले हो रहे हैं, महिलाओं पर अत्याचार बढ़ गए है।
इन परिस्थितियों में राज्य की जनता में भय व्याप्त है जबकि अपराधियों के हौसले बुलंद हो गए हैं। उन्होंने कहा कि बंगाल की स्थिति पर कांग्रेस को अब होश आ रहा है। प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी पिछले काफी समय से कह रहे हैं कि ममता बनर्जी के नेतृत्व में बंगाल बारूद के ढेर पर बैठा है। बंगाल में अराजकता फैलाने वाली तृणमूल कांग्रेस की नीतियों का कांग्रेस समर्थन कर रही है। कांग्रेस को ममता बनर्जी के मुख्यमंत्री होने का तो भान है किन्तु कांग्रेस यह भूल जाती है कि उसी बंगाल में भाजपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष अमित शाह के रोड शो पर पत्थर बरसाये जाते हैं, रैली की अनुमति नहीं दी जाती है और उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ का हैलिकॉप्टर नहीं उतरने दिया जाता है।