औरंगाबाद। भारतीय जनता पार्टी अध्यक्ष अमित शाह ने महागठबंधन में नेतृत्व को लेकर खींचतान पर तंज कसते हुए आज कहा कि विपक्ष का नेता कौन है, यह तय नहीं है और कोई किसी को नेता मानने को तैयार नहीं हैं। शाह ने औरंगाबाद के गांधी मैदान से राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन के चुनावी अभियान की शुरूआत करते हुए महागठबंधन पर जमकर निशाना साधा। उन्होंने कहा कि लोकसभा चुनाव में विपक्ष का महागठबंधन नेताविहीन होने के साथ-साथ मुद्दाविहीन भी है। उन्होंने कहा कि विपक्ष का नेता कौन है, यह तय नहीं है और कोई किसी को नेता मानने को तैयार नहीं हैं।
उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के कुशल नेतृत्व में केन्द्र की राजग सरकार ने विकास के इतने काम किये हैं कि विपक्ष को कोई मुद्दा ही नहीं सूझ रहा है। भाजपा अध्यक्ष ने औरंगाबाद से राजग प्रत्याशी सुशील कुमार सिंह के पक्ष में आयोजित सभा में लोगों से राजग उम्मीदवार को भारी मतों से जिताने का आव्हान करते हुए कहा कि प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने बिहार के विकास के लिए छह लाख चार हजार करोड़ रुपये दिये जबकि पूर्ववर्ती संयुक्त प्रगतिशील गठबंधन सरकार ने 10 वर्षों के दौरान केवल एक लाख 93 हजार करोड़ रुपये दिये थे। उन्होंने कहा कि केंद्र में मोदी के नेतृत्व में पुन: राजग की सरकार बनी तो वह बिहार को नम्बर एक राज्य बनायेंगी। शाह ने बिहार में विकास के लिए मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के प्रयासों की प्रशंसा करते हुए कहा कि उनके नेतृत्व में प्रदेश की विकास दर 11.3 प्रतिशत तक पहुंच गयी जबकि राष्ट्रीय जनता दल सरकार के कार्यकाल में यह केवल 3.9 प्रतिशत ही थी।
उन्होंने जोर देकर कहा कि मोदी और कुमार के नेतृत्व में देश एवं प्रदेश का बेहतर विकास हो रहा है, जो आगे भी होता रहेगा। शाह ने पाकिस्तान एवं आतंकवाद के मुद्दे पर केन्द्र सरकार की दृढ़ता का जिक्र करते हुए कहा कि मोदी के नेतृत्व वाली सरकार ही पाकिस्तान को मुंहतोड़ जवाब दे सकती है। उन्होंने कहा कि पुलवामा हमले के बाद पाकिस्तान ने सीमाओं पर पूरी चौकसी बढ़ा दी थी तब मोदी ने एयर स्ट्राइक कर यह दिखा दिया कि भारत से टकराने वाले का क्या हश्र होता है। उन्होंने कहा कि आतंकवाद के मुद्दे पर केन्द्र सरकार कोई समझौता नहीं करने वाली है। सभा में भाजपा के प्रदेश अध्यक्ष नित्यानंद राय, प्रदेश प्रभारी भूपेन्द्र यादव, सांसद सुशील कुमार सिंह , गोपाल नारायण सिंह , हरि मांझी, छेदी पासवान, महाबली सिंह , सम्राट चौधरी, विश्वनाथ सिंह , राजीव दांगी, कृष्णवल्लभ सिंह , बबुआजी, ललन भुइयां उपस्थित थे।