नई दिल्ली। बुधवार को भी भाजपा अध्यक्ष अमित शाह और प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने वरिष्ठ नेताओं के साथ बैठक की, लेकिन सूची अटकी रही। बताया जा रहा है कि कई सांसदों के टिकट कट सकते हैं। 12 राज्य फाइनल हो चुके हैं। यूपी को लेकर विशेष सतर्कता बरती जा रही है। भाजपा के नेताओं का कहना है कि केन्द्रीय चुनाव समिति के पास से सूची आते ही नामों की घोषणा शुरू हो जाएगी। सूत्र बताते हैं कि अभी होमवर्क हो रहा है। मोदी और शाह चाहते हैं कि पहले प्रत्याशियों का नाम फाइनल कर लिया जाए।
इसके बाद पार्टी की सुविधानुसार घोषणा होगी। ऐसे में होली बीतने के बाद 22 मार्च को भाजपा की पहली सूची जारी हो तो कोई ताज्जुब नहीं है।
भाजपा के पितामह कहे जाने वाले लालकृष्ण आडवाणी को लेकर कोई फैसला नहीं हुआ है। गुजरात की गांधीनगर सीट से चुनाव लड़ते रहे आडवाणी को लेकर स्थिति साफ नहीं है कि वे इस बार भी चुनाव लड़ेंगे या फिर चुनावी राजनीति से हट जाएंगे। वे लगातार छह बार गांधीनगर सीट से चुनाव जीत चुके हैं। 2014 के बाद से वे पार्टी में एक तरह से हाशिये पर हैं।