मुंबई। वैश्विक स्तर पर शेयर बाजारों की तेजी के बीच बैंकिंग तथा अन्य क्षेत्रों की बड़ी कंपनियों में बिकवाली से गुरुवार को घरेलू शेयर बाजार करीब एक सप्ताह के निचले स्तर पर आ गया। बीएसई का सेंसेक्स 0.44 प्रतिशत यानी 150.20 अंक लुढ़ककर 33,685.54 अंक पर आ गया। नेशनल स्टॉक एक्सचेंज का निफ्टी 0.49 प्रतिशत यानी 50.75 अंक की गिरावट में 10,360.15 अंक पर बंद हुआ। यह दोनों का 09 मार्च के बाद का निचला बंद स्तर है। सेंसेक्स लगातार तीसरे दिन और निफ्टी दूसरे दिन लाल निशान में बंद हुआ है। कुल मिलाकर बाजार में निवेश धारणा मजबूत रही, लेकिन बैंकिंग के साथ ही रिलायंस इंडस्ट्रीज, हिंदुस्तान यूनिलिवर, टाटा स्टील और आईटीसी जैसी दिग्गज कंपनियों में बिकवाली से प्रमुख सूचकांक लगभग पूरे दिन गिरावट में रहे। सेंसेक्स में यस बैंक के शेयर दो प्रतिशत से ज्यादा टूटे। रिलायंस इंडस्ट्रीज में भी पौने दो प्रतिशत की गिरावट रही। एशियन पेंट्स के शेयर सर्वाधिक दो प्रतिशत चढ़े। अंतर्राष्ट्रीय बाजार में कच्चा तेल के दाम घटने से ऊर्जा तथा तेल एवं गैस समूहों के सूचकांक एक फीसदी से अधिक टूटे। एशियाई बाजारों से मिले सकारात्मक संकेतों के दम पर सेंसेक्स 7.73 अंक की बढ़त में 33,843.47 अंक पर खुला और आरंभिक मिनटों में ही 33,866.28 अंक के दिवस के उच्चतम स्तर को छूने के बाद बिकवाली के दबाव में लाल निशान में उतर गया। कारोबार की समाप्ति से पहले 33,637.28 अंक के दिवस के निचले स्तर को छूने के बाद यह गत दिवस के मुकाबले 150.20 अंक नीचे 33,685.54 अंक पर बंद हुआ।
सेंसेक्स के विपरीत निफ्टी 5.45 अंक फिसलकर 10,405.45 अंक पर खुला। कारोबार के दौरान इसका दिवस का उच्चतम स्तर 10,420 अंक और निचला स्तर 10,346.20 अंक पर रहा। अंतत: यह बुधवार की तुलना में 50.75 अंक नीचे 10,360.15 अंक पर रहा। निफ्टी की 50 में से 38 कंपनियाँ लाल और शेष 12 हरे निशान में रहीं। दिग्गज और बड़ी कंपनियों के विपरीत मझौली तथा छोटी कंपनियों में लिवाली का जोर रहा। बीएसई का मिडकैप 0.49 प्रतिशत चढ़कर 16,394.99 अंक पर और स्मॉलकैप 0.80 प्रतिशत की तेजी के साथ 17,754.55 अंक पर बंद हुआ। बीएसई में 2,847 कंपनियों के शेयरों में कारोबार हुआ जिनमें 1,640 के शेयर हरे और 1,045 के लाल निशान में बंद हुये जबकि 162 कंपनियों के शेयरों के भाव अपरिवर्तित रहे।