मुम्बई। अधिकतर एशियाई बाजारों से मिले कमजोर संकेतों के बीच रिएल्टी, बैंकिंग,पीएसयू तथा वित्त समूहों में हुई बिकवाली के दबाव में बीएसई का 30 शेयरों वाला संवेदी सूचकांक सेंसेक्स 99.36 अंक लुढ़ककर 34,346.39 अंक पर और एनएसई का निफ्टी 28.30 अंक फिसलकर 10,554.30 अंक पर बंद हुआ। शेयर बाजार पर वैश्विक रुख के अलावा पंजाब नेशनल बैंक के नए खुलासे का भी काफी असर रहा। निवेशक फेडरल रिजर्व द्वारा ब्याज दर बढाये जाने की प्रबल संभावना के मद्देनजर भी सर्तकता बरत रहे हैं। दरअसल साल में दो बार अमेरिकी फेडरल रिजर्व अध्यक्ष कांग्रेस के समक्ष देश की आर्थिक स्थिति की रिपोर्ट पेश करते हैं।
फेड के नये अध्यक्ष जेरोम पॉवेल आज देर शाम पहली बार कांग्रेस के समक्ष पेश होने वाले हैं, जहां वह वित्तीय सेवा समिति के सवालों का जवाब देंगे। गुरुवार को वह सीनेट बैंंिकग समिति के सवालों से रूबरू होंगे। श्री पॉवेल के बयान से पता चलेगा कि फेड रिजर्व ब्याज दर कब तक बढाने का फैसला ले सकता है। निवेशकों को यह संभावना लग रही है कि मार्च में पॉवेल की अगुवाई में होने वाली पहली ओपन मार्केट समिति बैठक में ब्याज दर बढाने की घोषणा की जा सकती है।
अमेरिका का आर्थिक परिदृश्य भी ब्याज दर बढाये जाने के अनुकूल है। घरेलू बाजार में पीएनबी घोटाले को लेकर निवेशकों की धारणा कमजोर हुई है। दरअसल पीएनबी ने बीएसई को यह जानकारी दी है कि सेलेब्रिटी ज्वेलरी डिजाइनर नीरव मोदी ने उसे 11,400 करोड़ रुपए का नहीं बल्कि करीब 12,700 करोड़ रुपए का चूना लगाया है। वित्त मंत्रालय ने इस घोटाले के परिप्रेक्ष्य में सरकारी बैँकों को संभावित संचालन और तकनीकी जोखिमों की पहचान करके उचित कदम उठाने के लिए 15 दिन का समय दिया है।