मुंबई। विदेशों से मिले सकारात्मक संकेतों के बीच घरेलू शेयर बाजार शुक्रवार सुबह बढ़त में खुले लेकिन कमजोर आर्थिक आँकड़ों के दबाव में अंतत: आधा फीसदी की गिरावट में बंद हुये। बीएसई का 30 शेयरों वाला संवेदी सूचकांक सेंसेक्स 202.05 अंक यानी 0.49 प्रतिशत की गिरावट के साथ 41,257.74 अंक पर बंद हुआ। नेशनल स्टॉक एक्सचेंज का निफ्टी भी 61.20 अंक यानी 0.50 फीसदी टूटकर 12,113.45 अंक पर आ गया। थोक महँगाई नौ महीने के उच्चतम स्तर पर पहुँचने के कारण बाजार में निवेशकों की धारणा कमजोर हो गयी।
खासकर खाद्य पदार्थों की थोक महँगाई दर भी दहाई अंक में रही। इससे बाजार में बिकवाली का जोर बढ़ गया। यूटिलिटीज, बिजली, धातु और एफएमसीजी समूहों में एक से तीन प्रतिशत के बीच गिरावट रही। इंडसइंड बैंक के शेयर साढ़े चार प्रतिशत, पावरग्रिड के सवा तीन प्रतिशत और भारतीय स्टेट बैंक के ढाई प्रतिशत गिरे। दूरसंचार समूह में ढाई प्रतिशत की तेजी के बीच भारती एयरटेल के शेयर साढ़े चार फीसदी से अधिक चढ़े। मझौली और छोटी कंपनियों में भी बिकवाली का दबाव रहा। बीएसई का मिडकैप 0.79 प्रतिशत लुढ़ककर 15,662.10 अंक पर और स्मॉलकैप 0.40 प्रतिशत टूटकर 14,682.65 अंक पर बंद हुआ।