अयोध्या। राम मंदिर निर्माण की मांग को लेकर लखनऊ से अयोध्या की ओर कूच करने वाले अंतरराष्ट्रीय हिंदू परिषद के अध्यक्ष प्रवीण तोगड़िया ने प्रशासन की मुसीबत बढ़ा दी है। सोमवार को तोगड़िया ने बिना जिला प्रशासन की अनुमति लिए कार्यकर्ताओं को संबोधित किया था। मंगलवार को तोगड़िया ने रामकोट की परिक्रमा और सरयू तट पर संकल्प सभा के आयोजन का ऐलान किया था। इस दौरान प्रशासन ने किसी अप्रिय स्थिति को टालने के लिए पूरे अयोध्या में हाई अलर्ट का ऐलान किया था। हालांकि प्रशासन के कहने पर बाद में तोगड़िया ने इस कार्यक्रम को रद्द कर दिया।
इस बीच मंगलवार की सुबह ही अचानक बड़ी तादाद में तोगड़िया समर्थक रामकोट की परिक्रमा के लिए आगे बढ़ने लगे। समर्थकों ने अयोध्या की ओर जाने वाले बैरियर को हटाकर जबरन आगे बढ़ने की कोशिश की। पुलिस ने जब उन्हें रोकने की कोशिश की तो कार्यकर्ता पुलिस से भिड़ गए। इस दौरान पुलिस ने हल्का बल प्रयोग करते हुए कार्यकर्ताओं को खदेड़ दिया। कार्यकर्ता यात्रा का रूट बदले जाने का विरोध कर रहे थे।
तोगड़िया के समझाने पर कार्यकर्ता मान गए
हंगामे के बाद में तोगड़िया के समझाने पर कार्यकर्ता मान गए और उन्होंने सरयू तट पर संकल्प सभा करने का ऐलान किया। अंतरराष्ट्रीय हिंदू परिषद के संस्थापक प्रवीण तोगड़िया ने भाजपा को आड़े हाथों लेते हुए कहा कि जिन लोगों ने राम के नाम पर चुनाव लड़ा वो सत्ता मिलते ही राम को भूल गए।
उन्होंने अपने समर्थकों संग अबकी बार हिंदुओं की सरकार का नारा दिया। उन्होंने कहा कि हमारे पूर्वजों ने समद्घ भारत, समृद्घ हिंदू का नारा दिया था लेकिन सत्ता में बैठे लोग हिंदू हितों की बात भूल गए हैं। मस्जिदों में जाते हैं। हम राम मंदिर नहीं तो वोट नही का नारा लेकर जागरुकता फैलाएंगे और केंद्र में हिंदुओं की सरकार बनाने के लिए काम करेंगे। तोगड़िया ने मुस्लिमों की जनसंख्या पर भी नियंत्रण लगाने की बात कही।