नई दिल्ली। सतलोक कांड में रामपाल को हिसार कोर्ट ने उम्रकैद की सजा सुनाई है। ये सजा रामपाल को 2014 में सतलोक आश्रम हुई हिंसा को लेकर सुनाई गई है। इस हिंसा में 6 लोगों की मौत हो हुई थी। 11 अक्टूबर को हिसार की एक विशेष अदालत ने रामपाल को दोषी करार दिया था। साथ ही राम पाल के 26 अनुयायियों को भी दोषी करार दिया था। रामपाल की सजा को लेकर हिसार में सुरक्षा व्यवस्था बढ़ा दी गई है।
रामपाल को जिन मामलों में रामपाल को सजा सुनाई गई है, उनमें पहला केस महिला भक्त की संदिग्ध मौत का है, जिसकी लाश उनके सतलोक आश्रम से 18 नवंबर 2014 को बरामद की गई थी। जबकि दूसरा मामला उस हिंसा से जुड़ा है जिसमें रामपाल के भक्त पुलिस के साथ भिड़ गये थे। इस दौरान करीब 10 दिन चली हिंसा में 4 महिलाएं और 1 बच्चे की मौत हो गई थी। 67 वर्षीय रामपाल और उसके अनुयायी नवम्बर, 2014 में गिरफ्तारी के बाद से जेल में बंद थे। रामपाल और उसके अनुयायियों के खिलाफ बरवाला पुलिस थाने में 19 नवम्बर, 2014 को दो मामले दर्ज किये गये थे।