लखनऊ। उत्तर प्रदेश के राज्यपाल राम नाईक ने कहा कि बेटियों का सम्मान हो और उनके साथ अन्याय नहीं होना चाहिए। नाईक यहां बाल कल्याण परिषद द्वारा संचालित लीलावती मुंशी निराश्रित बालगृह तथा वृद्ध एवं निराश्रित महिला आश्रम में रहने वाली निराश्रित महिलाश्रम की तीन बेटियों के शादी के अवसर पर कहा कि बेटियों का सम्मान हो और उनके साथ किसी प्रकार का अन्याय नहीं होना चाहिए। उन्होंने दाम्पत्य सूत्र में बंधी तीनों बेटियों को आशीर्वाद दिया इस मौक के पर नाईक ने कहा कि प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने 'बेटी बचाओ-बेटी पढ़ाओ' योजना शुरू की है और उसका साथ देने के लिये मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ काम कर रहे हैं।
उन्होंने बताया कि भी उनके द्वारा विभागीय मंत्री से बात करके निराश्रित गृह की संवासिनियों के लिये धन की व्यवस्था कराई गई है। उन्होंने कहा कि समाचार पत्रों में लूट, हत्या, बलात्कार जैसी खबरों को पढ़कर मन खिन्न होता है पर जब किसी बेटी की शादी की खबर मिलती है तो वह आनन्द देने वाली खबर होती है। इस विवाह समारोह का सन्देश पूरे उत्तर प्रदेश में जाये, बेटियों का सम्मान हो और बेटियों के साथ अन्याय नहीं होना चाहिये। उन्होंने संवासिनियों के विवाह में सहयोग करने वाली सभी स्वयंसेवी संस्थाओं और समाज के अन्य लोगों का आभार भी व्यक्त किया। श्री नाईक ने बेटियों को दिये जाने वाले घरेलू सामान का भी निरीक्षण किया और प्रसन्नता व्यक्त की।