श्रीगंगानगर। राजस्थान के सीमांत श्रीगंगानगर जिले में अनूपगढ़ थाना क्षेत्र में एक गांव के सरकारी स्कूल में अध्यापक के छात्राओं के साथ छेड़छाड़ करने के मामले को लेकर ग्रामीणों ने स्कूल के आगे धरना शुरु कर दिया है। पीड़ति छात्रा की रिपोर्ट पर पुलिस ने क्षेत्र के चक 27ए के राजकीय उच्च माध्यमिक विद्यालय के अध्यापक अशोक यादव के खिलाफ मुकदमा दर्ज किया है जबकि इस मामले में अध्यापक को गिरफ्तार करने एवं स्कूल की प्राधानाध्यापिका को निलंबित करने की मांग को लेकर ग्रामीणों ने स्कूल के दरवाजे पर धरना दे दिया हैं।
पुलिस के अनुसार दसवीं कक्षा में पढ़ने वाली एक छात्रा ने दर्ज कराये मुकदमे में बताया है कि गत 13 जनवरी को स्कूल पढ़ने गई तो इसके दस मिनट बाद ही गणित के अध्यापक अशोक यादव ने उसे अपने आॅफिस में बुलाया। आॅफिस में गई तो वहां कोई और नहीं था। अध्यापक ने उसके साथ छेड़छाड़ की, इसका विरोध करने पर उसने धमकाया कि वह प्यार की भाषा नहीं समझती। डंडे से समझाना पड़ेगा। वह किसी तरह अध्यापक की चंगुल से निकल गई। डर के मारे उसने किसी को कुछ नहीं बताया। इसके बाद अध्यापक ने दोबारा ऐसी हरकत एक अन्य छात्रा के साथ गत 24 जनवरी को भी की। तब अगले दिन 25 जनवरी को प्रधानाध्यापिका शारदा को इसकी जानकारी दी गई। प्रधानाध्यापिका ने इस पर कोई कार्रवाई नहीं की।
पीड़ति छात्राओं का कहना है कि अध्यापक काफी समय से स्कूल की छात्राओं के साथ बुरी नीयत से छेड़छाड़ करता आ रहा है। वह रविवार को स्कूल में अतिरिक्त कक्षाएं भी लगाता है और इस दौरान भी उसने छात्राओं के साथ गलत हरकत की। वह लड़कियों पर दोस्ती करने का दबाव डालता है। स्कूल की प्रधानाध्यापिका को लिखित में प्रार्थना पत्र देकर इस अध्यापक के विरुद्ध कार्रवाई करने के लिए कहा तो उन्होंने उल्टे छात्राओं को ही डांट दिया और कहा कि वे इस बारे में किसी को कुछ नहीं बताएं। प्रधानाध्यापिका द्वारा इस मामले में कुछ नहीं करने पर छात्राओं ने अध्यापक की हरकत के बारे में अपने परिजनों को बताया। इस पर 26 जनवरी के मौके पर स्कूल परिसर में जब समारोह आयोजित किया जा रहा था, तब ग्रामीणों ने प्रधानाध्यापिका से इस बारे में सवाल जवाब किया तो वह कोई संतोषजनक जवाब नहीं दे पाई। ग्रामीणों के गुस्से को देखते हुए आरोपी अध्यापक को गुपचुप तरीके से निकाल दिया गया।