चेन्नई। द्रविड़ मुन्नेत्र कषगम (द्रमुक) अध्यक्ष एम. के. स्टालिन ने जामिया मिलिया इस्लामिया के छात्रों पर पुलिस की कार्रवाई की निंदा की है और भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) नीत केंद्र सरकार से राष्ट्रव्यापी प्रदर्शनों को देखते हुए नागरिकता संशोधन कानून (सीएए) पर पुनर्विचार करने की अपील की है। स्टालिन ने केंद्र सरकार को चेतावनी देते हुए कहा कि आने वाले दिनों में उसे खून के हरेक बूंद का जवाब देना पड़ेगा। उन्होंने ट्वीट कर कहा, ‘‘जामिया मिलिया इस्लामिया के छात्रों पर बर्बर हमले की तस्वीरों को देखकर दुखी हूं।
आने वाले दिनों में खून के हरेक बंद को जवाब देना पड़ेगा।’’ उन्होंने कहा कि भाजपा को देशभर में लगातार हो रहे प्रदर्शनों को देखते हुए सीएए 2019 पर पुनर्विचार करना चाहिए। उल्लेखनीय है कि संसद के दोनों सदनों से पास होने और राष्ट्रपति के हस्ताक्षर के बाद कानून बन चुके सीएए के लिए देश के कई हिस्सों में प्रदर्शन हो रहा है। दिल्ली के जामिया नगर में इसके खिलाफ प्रदर्शन के दौरान पुलिस और प्रदर्शनकारियों के बीच झड़पें हुई हैं और प्रदर्शनकारियों ने बसों में तोड़फोड़ और आगजनी की है।