बलिया। उत्तर प्रदेश की राज्यपाल आनंदीबेन पटेल ने कहा है कि शिक्षा किसी भी समाज और राष्ट्र की रीढ़ होती है और राष्ट्र की प्रगति में शिक्षा से बढ़कर और कोई दूसरा सशक्त माध्यम नहीं है। पटेल बृहस्पतिवार के आज यहां जननायक चंद्रशेखर विश्वविद्यालय के प्रथम दीक्षांत समारोह को संबोधित कर रही थीं। उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नारे बेटी बचाओ बेटी बढ़ाओ का प्रभाव अब सुदुर और पीछड़े क्षेत्रों में भी दिखाई देने लगा है। उन्होंने कहा कि विश्वविद्यालय में 27 गोल्ड मेडल पाने वालों में 24 बेटियां शामिल हैं। निश्चय ही यह बदलते भारत में महिला सशक्तिकरण का ज्वलंत उदाहरण है।
उन्होंने कहा कि देश में शिक्षा के क्षेत्र में बेटियों के बढ़ते दबदबे को शोध का विषय बनाया जाना चाहिए। यह पता लगाया जाना चाहिए कि बेटे इस दौड़ में पीछे क्यों हो जा रहे हैं और उन कारणों को दूर किया जाना चाहिए। महामहिम ने कहा कि शिक्षा किसी भी समाज और राष्ट्र की रीढ़ होती है। समाज व राष्ट्र की प्रगति में शिक्षा से बढ़कर और कोई दूसरा सशक्त माध्यम नहीं है। वर्तमान सरकार शिक्षा की इस शक्ति से भलीभांति परिचीत है। यही कारण है कि वह शिक्षा के बहुमुखी विकास में सतत प्रयत्नशील है। सरकार उच्च शिक्षा में नवाचार व बदलाव लाने के लिए पूरी तरह प्रतिबद्ध है। सरकार की स्पष्ट मंशा है कि शोध व शिक्षा की गुणवत्ता बढ़े।