पटना। बिहार के उप मुख्यमंत्री एवं भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के वरिष्ठ नेता सुशील कुमार मोदी ने आज कहा कि जनता दल यूनाईटेड (जदयू), बीजू जनता दल (बीजद), शिवसेना और वाईएसआर कांग्रेस समेत जिन दलों ने नागरिकता संशोधन विधेयक की मूल भावना को घरेलू राजनीति से ऊपर उठकर समझा, उन सबके समर्थन से यह विधेयक लोकसभा में पारित हुआ। मोदी ने ट्वीट कर कहा, ‘‘जदयू, बीजद, शिवसेना, वाईएसआर कांग्रेस सहित जिन दलों ने इस विधेयक की मूल भावना को घरेलू राजनीति से ऊपर उठ कर समझा, उन सबके समर्थन से विधेयक लोकसभा में पारित हुआ। राज्यसभा से भी यह विधेयक पारित होगा, जिससे लाखों शरणार्थियों को आजादी का एहसास होगा।’’भाजपा नेता ने कहा कि पड़ोसी देशों में धर्म के आधार पर प्रतीड़ति लोगों को भारत में शरण दी गई और अब उन्हें नागरिकता देने के लिए नागरिकता संशोधन विधेयक लाया गया है।
उन्होंने कहा कि भारत में जो दल अल्पसंख्यकों के पैरोकार बनते हैं, उन्होंने पाकिस्तान, बंग्लादेश जैसे मुसलिम देशों में हिंदू, ईसाई, सिख, पारसी और बौद्ध अल्पसंख्यकों पर लगातार होने वाले अत्याचारों पर कभी आवाज क्यों नहीं उठायी। क्या इनका अल्पसंख्यक-प्रेम केवल भारत के सिर्फ एक समुदाय के लिए उमड़ता है। मोदी ने एक अन्य ट्वीट में कहा, ‘‘केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने स्पष्ट शब्दों में कहा कि नागरिकता संशोधन विधेयक न तो संविधान की किसी धारा का उल्लंघन करता है और न ही भारत में किसी धर्म के खिलाफ है। पड़ोसी देश के मुसलमान भी वैधानिक तरीके से भारत की नागरिकता के लिए आवेदन कर सकते हैं।
इसके बावजूद देश में तनाव फैलाने की कोशिश की जा रही है। भाजपा नेता ने कहा कि जो लोग मुसलमानों को भाजपा से डराकर अब तक उनके वोट ले रहे थे, वे अब इस विधेयक के बहाने उन्हें बेवजह डराने की राजनीति कर रहे हैं। उन्होंने कहा कि कांग्रेस और राष्ट्रीय जनता दल (राजद) ने ‘डराओ, तनाव फैलाओ और राज करो’ की नीति के चलते जैसे राम मंदिर का विरोध किया था, उसी नीयत से वे नागरिकता संशोधन विधेयक का भी विरोध कर रहे हैं।