चंडीगड़। पंजाब आम आदमी पार्टी ने पुलिस के राजनीतिकरण पर चिंता जताते हुये पुलिस महानिदेशक दिनकर गुप्ता से पुलिस तंत्र को राजनेताओं के चंगुल से मुक्त कराने की मांग की है। बदहाल होती जा रही कानून व्यवस्था के मुद्दे पर प्रतिपक्ष के नेता हरपाल सिंह चीमा की अगुवाई में आम आदमी पार्टी (आप) का प्रतिनिधिमंडल आज गुप्ता से मिला । उन्होंने गुप्ता को प्रदेश की बिगड़ती कानून व्यवस्था को लेकर ज्ञापन दिया ।
बाद में चीमा ने पत्रकारों से कहा कि उन्होंने पुलिस के कांग्रेसीकरण का मुद्दा उठाया और पुलिस तंत्र को राजनेताओं के चंगुल से मुक्त करवाने की मांग की । राज्य में सत्ताधारियों और पुलिस के सरंक्षण के बिना कोई भी माफिया, गैंगस्टर, नशा तस्कर और समाज विरोधी तत्व सिर नहीं उठा सकता। उन्होंने कहा कि गैंगस्टर के संरक्षण को लेकर मुख्यमंत्री कैप्टन अमरिन्दर सिंह और अकाली दल के अध्यक्ष सुखबीर सिंह बादल के बीच बयानबाजी से साफ है कि दोनों दल (अकाली-कांग्रेसी) गैंगस्टरों और समाज विरोधी तत्वों को पूरी तरह से सरंक्षण देते रहे हैं। दोषी नेताओं पर मुकदमा दर्ज किया जाये।
प्रतिपक्ष के नेता के अनुसार पुलिस के कार्य में सीधी सियासी दखलंदाजी होने के कारण पुलिस बल का मनोबल पूरी तरह से टूट चुका है। लुधियाना के डीएसपी बलविन्दर सिंह सेखों का खाद्य मंत्री भारत भूषण आशु के दबाव में निलंबन और इसी मंत्री के दबाव के कारण लुधियाना के एसीपी जतिन्दर अरोड़ा से कांग्रेसी नेता के सामने ‘माफी’ मंगवाने जैसे अपमानजनक मामलों ने पुलिस के अच्छे अफसरों और कर्मचारियों का मनोबल तोड़ दिया है।
इस अवसर पर विधायक सरबजीत कौर माणूंके ने रसूलपुर (जगरावां) की लड़की कुलवंत कौर जीती का मामला उठाया, जो अपने भाई की गुहार लेकर पुलिस थानो में गई थी,जिसका उत्पीड़न किया गया और वह 2006 से बिस्तर पर जिंदगी-मौत की लड़ाई लड़ रही है, का मामला भी उठाया। विधायक मीत हेयर और कुलवंत सिंह पंडोरी ने महल कलां ट्रक यूनियन के 12 ट्रक आपरेटरों पर किए झूठे पुलिस मामलों का मुद्दा उठाया। इसी तरह मनजीत सिंह बिलासपुर ने बिलासपुर पुलिस चौंकी में स्टाफ की कमी और कुलदीप सिंह धालीवाल ने घूमण (गुरदासपुर) के आढ़ती की ओर से आत्महत्या किए जाने वाले केस में शामिल आरोपियों के अभी तक न पकड़े जाने का मुद्दा उठाया।