अहमदाबाद। गुजरात के सूरत महानगर में 40.35 किलोमीटर लंबे मेट्रो रेल प्रोजेक्ट के पहले चरण का कार्य अगले वर्ष जून में शुरू किया जाएगा। आज यहां जारी सरकारी विज्ञप्ति के अनुसार मुख्यमंत्री विजय रूपाणी द्वारा हाल ही में मेट्रो रेल प्रोजेक्ट के कार्यों की सर्वग्राही प्रगति समीक्षा के लिए बुलाई गई बैठक के दौरान सूरत मेट्रो रेल के कार्यों के प्रस्ताव और केंद्र सरकार द्वारा दी गई मंजूरी के संदर्भ में विस्तार से चर्चा की गई। बैठक में गुजरात मेट्रो रेल कॉर्पोरेशन के प्रबंध निदेशक (एमडी) एस.एस. राठौर ने इस प्रोजेक्ट से संबंधित विस्तृत जानकारी मुख्यमंत्री को दी।
मेट्रो रेल के एमडी एसएस राठौर ने बैठक में कहा कि सूरत मेट्रो रेल के लिए गुजरात सरकार द्वारा दिए गए 12,020.32 करोड़ रुपए के प्रस्ताव को इस वर्ष फरवरी में भारत सरकार ने स्वीकृति दे दी है। स्वीकृति पत्र में इस प्रोजेक्ट को पांच वर्ष में पूरा करने को कहा गया है। बैठक में कहा गया कि सूरत मेट्रो रेल प्रोजेक्ट का निर्माण कार्य गत वर्ष जून में शुरू होगा और जून 2024 में उसे पूरा करने की योजना है। मुख्यमंत्री के समक्ष विस्तृत प्रेजेन्टेशन प्रस्तुत करते हुए श्री राठौर ने कहा कि सूरत मेट्रो रेल के लिए जरूरी विस्तृत डिजाइन पर काम चल रहा है साथ ही निविदा तैयार करने का कार्य भी किया गया है।
सरथाणा से ड्रीम सिटी तक के 21.61 किमी लंबे मार्ग पर 14 एलिवेटेड स्टेशन रहेंगे जबकि भेंसाण से सरोली के 18.74 किमी मार्ग पर 18 एलिवेटेड स्टेशन रहेंगे। सूरत महानगर में कुल 40.35 किमी लंबाई वाले इस मेट्रो रेल प्रोजेक्ट के पहले चरण के कार्यों की निविदा शीघ्र जारी की जाएगी। बैठक में चर्चा के दौरान यह भी कहा गया कि सूरत मेट्रो रेल के लिए पर्यावरण प्रभाव आकलन और सामाजिक प्रभाव आकलन का काम भी शुरू किया गया है। इस प्रोजेक्ट के परिणामस्वरूप सूरत मास रैपिड ट्रांसपोर्ट सुविधा से जुड़ जाएगा। इससे महानगर के नागरिकों को सरल यातायात सुविधा उपलब्ध होगी। यही नहीं, वायु प्रदूषण पर अंकुश लगेगा और सड़कों पर बोझ और दुर्घटनाएं भी कम होगी।