नई दिल्ली। लोकसभा में कांग्रेस के नेता अधीर रंजन चौधरी ने छत्तीसगढ़ में भारत तिब्बत सीमा पुलिस के जवानों की आपसी कहा-सुनी के बाद हुई गोलीबारी में छह जवानों के मारे जाने की घटना पर चिंता जताते हुए बुधवार को सदन में कहा है कि केन्द्र सरकार को अर्धसैनिक बलों के जवानों की समस्याओं पर गंभीरता से विचार करना चाहिये। चौधरी ने शून्यकाल में यह मसला उठाते हुए कहा कि इस तरह की समस्यायें नौसेना और वायु सेना में देखने को नहीं मिलती हैं। थल सेना में भी ऐसे मामले कम ही देखने को मिलते हैं जबकि अर्धसैनिक बलों में दिन ब दिन ऐसी घटनायें होती हैं।
उन्होंने कहा कि सरकार को इसके कारण का पता लगाना चाहिये। हो सकता है हमारे अर्द्धसैनिक बलों को उपयुक्त सुविधा नहीं मिलती है और इसलिए वे अक्सर तनाव में रहते हैं। केन्द्र सरकार को उन खामियों पर विचार करना चाहिये। चौधरी ने अर्धसैनिक बलों के शिविरों में मनोवैज्ञानिक सहायता उपलब्ध कराने की माँग की। साथ ही उन्होंने कहा कि नौसेना और वायु सेना के विशेषज्ञों की मदद भी ली जा सकती है। कांग्रेस नेता ने कहा कि कम से कम यह सुनिश्चित किया जाना चाहिये कि आपसी लड़ाई में हमारे जवानों की मौत न हो।