झुंझुनू। राजस्थान में झुंझुनू पुलिस ने 10 हजार रुपये के इनामी एवं आनंदपाल सिंह के गिरोह के कुख्यात अपराधी को गिरफ्तार किया है। पुलिस अधीक्षक गौरव यादव ने आज यहां पत्रकारों को बताया कि झुंझुनू के झाझड़ का निवासी कुख्यात अपराधी कुलदीपसिंह ने सीकर और नागौर में पिछले 10 सालों में दहशत फैलाने रखी थी। यह आनंदपाल गिरोह का भी सदस्य रह चुका है, लेकिन आनंदपाल के मुठभेड़ में मारे जाने के बाद इसने खुद का गिरोह बना लिया है। उन्होंने बताया कि कुलदीप सिंह ने 10 वर्ष पहले अपराध की दुनिया में कदम रखा और इस काली दुनिया के दलदल में फंसता ही चला गया।
उसने आनंदपाल जैसे गैंगस्टर के साथ भी काम किया। आनंदपाल की मौत के बाद उसने खुद का गिरोह बना लिया और सीकर तथा नागौर में करीब डेढ़ दर्जन वारदातें की। कुलदीप पर पुलिस मुख्यालय की नजर थी और उनकी सूची में था। उसे पकड़ने के लिये एक विशेष दल गठित किया गया और आज एक पिस्तौल तथा चार जिंदा कारतूस के साथ उसे गिरफ्तार कर लिया। उन्होंने बताया कि कुलदीप ने कई वारदातें करना कबूली हैं। पूछताछ में कुलदीपसिंह ने बताया कि उसके गिरोह के दिलीप फोगा और राहुल रिणाऊ ने ही पिछले दिनों सरदारशहर में भाजपा नेता भींवाराम सरपंच की हत्या की थी।
इसके अलावा इसके गैंग के लोगों ने हाल ही में फतेहपुर में फायरिंग कर लूट की वारदात भी की है। यादव ने बताया कि उसके खिलाफ 13 मामले सीकर में दर्ज हैं जबकि एक मामला नागौर में है। बताया जा जाता है कि वर्ष 2008 -09 में कुलदीप सीकर के एसके कॉलेज में पढ़ता था। उस वक्त उसने अपने साथियों के साथ मिलकर जरा सी बात पर अपने ही गांव के वीरेंद्रंिसह राजपूत की हत्या कर दी थी। इस मामले में वह कई सालों तक जेल में रहा और जेल से निकलने के बाद वह वारदातें अपराध दर अपराध करता रहा।