शिमला। कांग्रेस के वरिष्ठ नेता पूर्व मुख्यमंत्री वीरभद्र सिंह ने प्रदेश कांग्रेस कार्यकारिणी तत्काल प्रभाव से भंग किये जाने के निर्णय को उचित ठहराया है। उन्होंने आज यहां कहा कि यह उचित समय में लिया गया उचित कदम है। उन्होंने इस फैसले के लिए कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी का आभार व्यक्त किया है। कांग्रेस आलाकमान के इस फैसले पर प्रतिक्रिया देते हुए सिंह ने कहा कि वह पहले से ही इस बात पर जोर देते रहे है कि पार्टी में पदाधिकारी वह होना चाहिए जो आम लोगों के बीच अपना कुछ महत्व भी रखता हो। कार्यकारिणी में केवल निष्ठावान कार्यकर्ताओं को पूरा महत्व दिया जाना चाहिए।
सिंह ने कहा कि पिछले छह वर्षो में प्रदेश में कांग्रेस पार्टी की मजबूती के लिये प्रदेश कार्यकारिणी के सही गठन की बात करते रहे। समय रहते उनकी इस बात को अनदेखा किया गया। यही कारण रहा कि प्रदेश में कांग्रेस कमजोर होती चली गई। जो बीत गया सो चला गया। अब प्रदेश और देश में कांग्रेस पार्टी को मजबूत करने की बड़ी चुनौती है। उन्होंने कहा कि प्रदेश में पार्टी अध्यक्ष कुलदीप सिंह राठौर के कंधों पर बड़ी जिम्मेदारी है। पिछले लगभग एक वर्ष से जिस प्रकार वह प्रदेश में कांग्रेस की मजबूती के लिये कार्य कर रहें है जो तारीफ के काबिल है।
अब उन्हें नई कार्यकारिणी बनाने की महत्वपूर्ण जिम्मेदारी है पूर्व मुख्यमंत्री ने सलाह दी कि वह निष्ठावान व कर्मठ कार्यकर्ताओं को आगे लाने का पूरा प्रयास करें। अब जमाना नई शक्ति का है। इसलिए नए ऊर्जावान युवाओ को आगे लाने का है। प्रदेश कार्यकारिणी जल्द छोटी और संतुलित बनाई जानी चाहिए जिससे प्रदेश में कांग्रेस पूरी तरह पुनर्जीवित हो सके। जल्द ही प्रदेश में ग्राम पंचायतों के चुनाव होने वाले है। इन चुनावों में हमें कांग्रेस पार्टी से जुड़े लोगों को आगे लाना होगा। उन्होंने कहा कि हॉल ही में कांग्रेस के प्रदेशव्यापी आंदोलन के दौरान जो जनसमर्थन पार्टी को मिला है उससे साफ है कि लोग कांग्रेस की राह देख रहे है।