श्रीनगर। भारतीय जनता पार्टी के राष्ट्रीय महासचिव राम माधव ने जम्मू-कश्मीर के पूर्व मुख्यमंत्रियों- फारूक अब्दुल्ला, उमर अब्दुल्ला और महबूबा मुफ्ती समेत युवाओं और मुख्यधारा के नेताओं को हिरासत में रखे जाने को उचित ठहराते हुए कहा कि राज्य में शांति और समृद्धि लाने के लिए जरूरत पड़ने पर कुछ महीनों के लिए 200-300 लोगों को हिरासत में रखना सही है। माधव ने आरोप लगाया कि पांच अगस्त से हिरासत में रह रहे कुछ नेता युवाओं को हथियार उठाने और अपने जीवन का बलिदान देने का संदेश दे रहे हैं और उन्हें उकसा रहे हैं।
उन्होंने कहा, ‘‘पिछले 70 वर्षों के दौरान, जम्मू-कश्मीर के लोग विकास से वंचित रहे। वे हिंसा से पीड़ित रहे और हमें उनके लिए हालात बदलने है। अब लाखों परिवार विकास के रास्ते पर चलेंगे। भाजपा प्रदेश प्रभारी माधव ने यहां आज एक दिवसीय भाजपा युवा सम्मेलन को संबंधित करते हुए कहा, ‘‘राज्य हिंसा के रास्ते को बंद कर देगा और लोग शांति और समृद्धि में रहेंगे। अगर राज्य को शांति के रास्ते पर ले जाने के लिए 200 -300 लोगों को कुछ महीनों के लिए हिरासत में रहना पड़ता है, तो उन्हें वहां रहना चाहिए।’’