नई दिल्ली। दिल्ली की अदालत ने गुरुवार को रैनबैक्सी के पूर्व प्रोमोटर मालविंदर सिंह और उनके भाई शिविंदर सिंह को 2397 करोड़ के धोखाधड़ी के आरोप में 31 अक्टूबर तक 14 दिनों की न्यायिक हिरासत में भेज दिया। इन दोनों के खिलाफ रेलिगेयर कंपनी को वित्तीय संकट में डालकर ऋण चुकाने के खिलाफ मामला दर्ज किया गया था।
सुनील गोधवानी रेलिगेयर कंपनी के पूर्व चैयरमैन और प्रबंध निदेशक थे जबकि कवि अरोरा और अनिल सक्सेना आरईएल और रेलिगेयर फिनवेस्ट लिमिटेड (आरएफएल) में ऊंचे पद पर थे। मालंिवदर और उनके भाई शिविंदर सिंह ने 2008 में रैनबैक्सी लेबोरेटरी लिमिटेड जो उनके पिता ने शुरु की थी उसे जापान की कंपनी डाईची सांको को बेच दी थी और फोर्टिस हेल्थकेयर और रेलिगेयर पर अपना ध्यान केंद्रित कर दिया था।