झांसी। उत्तर प्रदेश में झांसी के सीपरी बाजार थानाक्षेत्र में मंगलवार को हुए अग्निकांड में एक ही परिवार के चार लोगों की मौत के मामले ने देर शाम तूल पकड लिया और पोस्टमार्टम के बाद लोगों ने शवों को सड़क पर रखकर जाम लगा दिया । लोगों की मांग थी कि पुलिस इसे हत्या के मामले के रूप में दर्ज करे। सीपरी बाजार थानाक्षेत्र के लहर की देवी मंदिर के पास दयाराम कालोनी में तड़के तीन बजे जगदीश उदैनिया की घर में बनी किराने की दुकान में आग लगने से एक ही परिवार के चार लोग जगदीश ,उसकी मां कुमुद, पत्नी रजनी और बेटी मुस्कान की झुलकर मौत हो गयी थी। पुलिस ने शाट सर्किट से हुआ हादसा बताते हुए शवों को पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया था।
सुबह से ही शाट सर्किट के कारण हुए हादसे की पुलिस की कहानी को लेकर परिजनों और मोहल्ले के लोगों में खासा अक्रोश था जो देर शाम सड़कों पर नजर आया। पुलिस मामले को हादसा मानकर चल रही है जबकि मोहल्ले और मृतकों के परिजन इसे योजनावद्ध तरीके से की गई हत्या बताने में लगे हैं। लोगों का यह आक्रोश उस समय फूट पड़ा जब घटना के करीब 12 घंटे बाद चारों के शव घर पहुंचे। लोगों ने पुलिस के खिलाफ नारेबाजी शुरु करते हुए अन्तिम संस्कार को जाते समय चारों शव जर्मनी हॉस्पिटल के समीप रखते हुए सड़क जाम कर दी।
लोगों ने पुलिस के खिलाफ और एफआईआर दर्ज करने की मांग को लेकर जमकर नारेबाजी शुरू कर दी। यह देख पुलिस प्रशासन के हाथ पांव फूल गए। जानकारी मिलने पर सदर विधायक रवि शर्मा वहां जा पहुंचे, उन्होंने लोगों की बात को सुना। साथ ही पुलिस के अधिकारियों के पेंच कसते हुए एफआईआर दर्ज करने के भी निर्देश दिए। समाचार लिखे जाने तक लोग आश्वस्त होने के बाद शवों का अन्तिम संस्कार करने के लिए जा रहे थे।