लखनऊ। उत्तर प्रदेश के शाहजहांपुर में चर्चित दुष्कर्म मामले की जांच कर रही विशेष जांच दल ने बुधवार को आरोपी पूर्व केंद्रीय मंत्री चिन्मयानंद के अलावा पीड़ति छात्रा, ब्लैकमेल करने वाले उसके तीन दोस्तों की आवाज के नमूने लिये। लखनऊ की विधि विज्ञान प्रयोगशाला में पांचों के आवाज के नमूने लिये गये जिसके बाद सभी को शाहजहांपुर रवाना कर दिया गया। वाइस सैंपल का वायलर हुए वीडियो से मिलान किया जायेगा। आवाज के नमूने लेने के लिए पांचों को लखनऊ स्थित प्रयोगशाला ले जाने के लिए मुख्य न्यायिक मजिस्ट्रेट कोर्ट की अनुमति का पत्र चार अक्टूबर को जेल प्रशासन तक पहुंच गया था।
दुष्कर्म और रंगदारी प्रकरण की जांच में वायरल हुए वीडियो अहम सबूत हैं । एसआइटी का दावा है कि जांच के दौरान पूर्व केंद्रीय मंत्री चिन्मयानंद, छात्रा और तीनों युवकों ने वीडियो में अपनी मौजूदगी स्वीकारी है। विधि विज्ञान प्रयोगशाला की जांच में भी वीडियो सही पाए गए हैं। उनसे टेंपरिंग या एडिटिंग की बात सामने नहीं आई है, लेकिन जो आवाज इन वीडियो क्लिप में है वह आरोपियों की ही है इसे साबित करने के लिए उनका वॉयस सैंपल टेस्ट होना जरूरी है। ताकि एसआइटी अपनी जांच को सही बताते हुए हाई कोर्ट में मजबूती से अपना पक्ष रख सके। जानकारों की माने तो वॉइस सैंपल वीडियो की आवाज से मैच हो गई तो सभी की कानूनी परेशानी बढ़ सकती है। चिन्मयानन्द, लॉ छात्रा और उसके दोस्त जेल में निरुद्ध है।