भोपाल। मध्यप्रदेश पुलिस के महानिदेशक विजय कुमार सिंह ने कहा है कि चुनौतियों से अनुभव लेकर और संबंधित विषयों के सतत् अध्ययन एवं चिंतन से ही अच्छा इंटेलीजेंस अफसर बना जा सकता है। इसलिए पुलिस अधिकारी अपने मन में सीखने की प्रवृत्ति को सदैव जागृत रखें। सिंह मध्यप्रदेश पुलिस की विशेष शाखा संवर्ग के 10 वें बैच के प्रशिक्षु उप निरीक्षकों के दीक्षांत समारोह को बतौर मुख्य अतिथि संबोधित कर रहे थे। उन्होंने दिन-प्रतिदिन सामने आने वाली नई-नई चुनौतियों से निपटने के लिए लगातार रिफ्रेशर कोर्स आयोजित करने पर बल दिया। इस बैच में 13 महिला प्रशिक्षु उप निरीक्षकों सहित कुल 35 उप निरीक्षकों ने एक वर्ष का कठिन बुनियादी प्रशिक्षण लिया है, जिसमें आंतरिक एवं बाहृय प्रशिक्षण शामिल है। कल शाम यहां विशेष शाखा के प्रशिक्षण संस्थान में आयोजित हुए दीक्षांत समारोह में अतिरिक्त पुलिस महानिदेशक गुप्तवार्ता कैलाश मकवाणा, पुलिस महानिरीक्षक कानून-व्यवस्था व सुरक्षा अनंत कुमार सिंह, पुलिस महानिरीक्षक गुप्तवार्ता मकरंद देउस्कर एवं उप पुलिस महानिरीक्षक कानून-व्यवस्था व सुरक्षा मनोज शर्मा भी मौजूद थे। इस अवसर पर सिंह ने कहा शासकीय सेवा के अंतिम दिन तक कुछ न कुछ सीखने की ललक मन में रहनी चाहिए। प्रशिक्षण एक सतत् प्रक्रिया है। सीखने की दृढ़ इच्छा शक्ति रखकर ही हम दक्ष अधिकारी बन सकते हैं। बुनियादी प्रशिक्षण से विभाग का परिचय मिलता है। दक्ष अफसर बनने के लिए सतत् प्रशिक्षण की जरूरत होती है। प्रशिक्षण सत्र के दौरान किए गए उत्कृष्ट प्रदर्शन के आधार पर प्रशिक्षु उप निरीक्षक रूपाली रघुवंशी को मुख्य अतिथि एवं अन्य अतिथियों ने ओवर-ऑल प्रथम स्थान की सील्ड प्रदान की। साथ ही आंतरिक व बाहृय विषयों में दूसरे व तीसरे स्थान पर रहे उप निरीक्षक क्रमश: आकाश भदौरिया व रेणु पंवार सहित सात अन्य उप निरीक्षकों को विभिन्न विधाओं में सराहनीय प्रदर्शनक के लिए पुरस्कृत किया गया।