श्रीनगर। जम्मू-कश्मीर के निचले श्रीनगर क्षेत्र की जामिया मस्जिद और अन्य इलाकों में शुक्रवार को लगातार तीसरे हफ्ते जुम्मे की नमाज अदा नहीं की जा सकी। घाटी को विशेष दर्जा देने वाले अनुच्छेद 370 एवं 35ए हटाये जाने के बाद लगातार उन्नीस दिन बाद भी लोगों का जीवन अस्त-व्यस्त हैं। हजरत सैयद साहब दरगाह सोनावर में भी नमाज अदा करने की अनुमति नहीं दी गयी। सरकार की नयी नीतियों के विरोध में अलगावादियों के लगातार प्रदर्शन करने के कारण दरगाह की सभी सड़कें बंद करवा दी गई।
मीड़ियाकर्मियों को भी ड़लगेट और सोनवार क्षेत्रीय इलाके में प्रवेश नहीं करने दिया गया। आधिकारिक सूत्रों के मुताबिक, घाटी के भीतरी इलाकों में जुम्मे की नमाज अदा की गयी। इस दौरान प्रदेश में जारी प्रतिबंधों के बीच निचले श्रीनगर एवं अन्य हिस्सों में शुक्रवार तड़के से नमाज पढ़े जाने तक होने वाले प्रदर्शनों को रोक दिया गया। ऐतिहासिक मस्जिद के आसपास इकट्ठे लोगों के रोकने के लिये सैंकड़ों जवानों को तैनात किया गया। जामिया मस्जिद की ओर जाने वाली सभी सड़कों को कंटीलें तारों से बंद कर लोगों को अपने गंतव्य स्थलों पर पहुंचने के लिये अन्य वैकल्पिक मार्गों का इस्तेमाल करने की सलाह दी गई। घाटी की अन्य बड़ी मस्जिदें भी बंद होने की रिपोर्टें हैं लेकिन घाटी में छोटी मस्जिदों में जुम्मे की नमाज अदा की गई है।