नईदिल्ली। तार सप्तक के यशस्वी कवि प्रख्यात आलोचक एवं नाट्य समीक्षक नेमिचन्द्र जैन की जन्मशती 16 अगस्त से शुरू होगी और जानी मानी इतिहासकार रोमिला थापर इस अवसर पर उद्घाटन भाषण देंगी। पद्मश्री से सम्मानित जैन की पुत्री एवं नटरंग प्रतिष्ठान की निदेशक रश्मि वाजपयी ने बताया कि जैन की जन्मशती अगले एक साल तक दिल्ली के अलावा कई अन्य शहरों में मनाई जाएगी। श्रीमती थापर 16 अगस्त को उत्तर भारत में धर्म और समाज विषय पर उद्घाटन भाषण देंगी। उस दिन जैन की रचनावली के प्रथम खण्ड और नटरंग के विशेष अंक का विमोचन होगा। उन्होंने बताया कि इस अवसर पर जैन के जीवन एवं कृतित्व पर एक चित्र प्रदर्शनी भी लगाई जाएगी। अगले दिन उनके जीवन पर एक नाटक का मंचन भी होगा जिसका निर्देशन बंसी कॉल ने किया है।
नेमीजी की याद में 18 अगस्त को मधुप मुद्गल का गायन होगा। इसके अलावा हर माह की 16 तारीख को नेमीजी की स्मृति कविता कथा साहित्य एवम सांस्कृतिक विषयों पर भाषण आदि के कार्यक्रम होंगे। उत्तर प्रदेश के आगरा में 16 अगस्त 1919 को जन्मे श्री जैन मुक्तिबोध के मित्र रहे और इप्टा आंदोलन में भाग लिया। वह संगीत नाटक अकादमी के सहायक सचिव तथा एनएसडी के वरिष्ठ प्राध्यापक भी रहे और उनकी पुत्री कीर्ति जैन उसकी निदेशक भी रही। जैन को संगीत नाटक अकादमी पुरस्कार तथा हिंदी अकादमी के शलाका सम्मान भी मिला। वह जवाहरलाल नेहरु विश्वविद्यालय कला अनुशीलन विभाग के प्रमुख भी रहे। उन्होंने हिन्दी रंगमंच आलोचना को स्थापित किया।