नई दिल्ली। राज्यसभा में शिवसेना संसदीय दल के नेता संजय राउत ने अयोध्या में राम मन्दिर के मुद्दे को धर्म की बजाय राष्ट्रीय अस्मिता से जुड़ा बताते हुए भरोसा दिलाया कि इस बार मन्दिर बन कर रहेगा। राउत ने यह भी कहा कि हम राष्ट्रपिता महात्मा गाँधी और क्रांतिकारी स्वतंत्रता सेनानी वीर सावरकर का अपमान बर्दाश्त नही करेंगे और देश को गांधी तथा सावरकर दोनों चाहिए। राउत ने राष्ट्रपति के अभिभाषण पर धन्यवाद प्रस्ताव पर कल से जारी चर्चा में भाग लेते हुए मंगलवार को यह बात कही।
उन्होंने कहा कि प्रधनमंत्री नरेन्द्र मोदी और उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के नेतृत्त्व में अयोध्या में राम मन्दिर बन कर रहेगा। यह बात मुझसे लिखवा लीजिये। उन्होंने कहा कि अदालत ने मन्दिर बनाने का फैसला भले ही न दिया हो पर जनता के न्यायलय में जनता ने फैसला दिया है। उत्तर प्रदेश में हमें बहुमत राम मन्दिर के लिए मिला है क्योंकि चुनाव में यह बड़ा मुद्दा था इसलिए पूरा देश इसके लिए खड़ा रहेगा नही तो 350 सीटों के बहुमत का कोई मतलब नहीं रहेगा।
शिवसेना नेता ने सदन में विपक्ष के नेता गुलाम नबी आज़ाद के कल दिए गये भाषण का जिक्र करते हुए कहा कि गांधी के हत्यारे को देशभक्त नहीं कहा जा सकता । गांधी हमारी पहचान है। हम गांधी का अपमान बर्दाश्त नहीं कर सकते लेकिन आजाद को जितना दर्द गांधी जी के लिए हुआ उस से अधिक पीड़ा हमें तब हुई जब राहुल गांधी ने वीर सावरकर का बार बार अपमान किया।
राउत ने कहा कि सावरकर क्रांतिकारी थे और दस साल तक अंडमान की काल कोठरी में रहे। गांधी या नेहरु कभी काल कोठरी में नहीं रहे। उन्होंने कहा कि कांग्रेस का एक भी नेता जरा एक दिन भी काल कोठरी में रह कर तो दिखाए। उन्होंने जम्मू-कश्मीर के विशेष राज्य के दर्जे को हटाने की भी मांग की और एक देश एक चुनाव की जगह चुनाव सुधार करने की बात कही।