कोलकाता। पश्चिम बंगाल में चुनाव खत्म होने के बाद भी हिंसा का दौर जारी है। बंगाल के नदिया जिले के चाकदाह में शुक्रवार रात भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के कार्यकर्ता की गोली मारकर हत्या कर दी गयी। भाजपा ने हत्या का आरोप सत्तारुढ़ तृणमूल कांग्रेस से जुड़े लोगों पर लगाया है। हिंसा के बाद भाजपा कार्यकर्ताओं ने सियालदाह स्टेशन जाने वाले तीन रेलवे स्टेशन पर ट्रेन सेवा ठप कर दी। राज्य के विभिन्न जिलों में भी हिंसक वारदातें की गई हैं।
सांतनु घोष (22) नदिया जिले के चाकदाह में अपने घर के पास गोरपारा स्थित स्कूल के पास दोस्तों से बात कर रहे थे तभी उन्हें गोली मारी गयी जिसके बाद मौके पर ही उनकी मौत हो गयी। तृणमूल ने हालांकि अपने ऊपर लगे आरोपों को खारिज किया है और इसे भाजपा की अंदरुनी कलह बताया है। स्थानीय भाजपा नेताओं ने आरोप लगाया है कि पीड़ित ने चुनाव से पहले तृणमूल कांग्रेस को छोड़कर भाजपा का दामन थामा था जिससे नाराज होकर तृणमूल से जुड़े लोगों ने उनकी हत्या कर दी।
भाजपा कार्यकर्ता की हत्या के विरोध में सैकड़ों भाजपा समर्थकों ने चाकदाह पुलिस चौकी का घेराव किया और आरोपियों को जल्द गिरफ्तार करने की मांग की। प्रदर्शनकारियों ने विभिन्न स्टेशनों का घेराव किया और रानाघाट से सियालदह स्टेशन के बीच लोकल ट्रेन के संचालन को ठप कर दिया। प्रदर्शनकारियों ने रानाघाट, सिमुराली और मदनपुर स्टेशन पर प्रदर्शन किया और रेल सेवा बाधित कर दी। इसके अलावा उन्होंने राष्ट्रीय राजमार्ग पर भी प्रदर्शन किया जिसके कारण उत्तर बंगाल और दक्षिण बंगाल के बीच यातायात घंटों तक बाधित रहा।
वरिष्ठ पुलिस अधिकारियों ने मौके पर पहुंच कर प्रदर्शनकारियों से बात की और उनसे राष्ट्रीय राजमार्ग और लोकल ट्रेन सेवा को बहाल करने का आग्रह किया। उल्लेखनीय है कि चुनाव परिणाम घोषित होने के बाद राज्य के विभिन्न जिलों में तृणमूल और भाजपा के बीच राजनीतिक हिंसा जारी है। नतीजों के बाद केशपुर, कूचबिहार, दत्तापुकुर और देगंगा से हिंसा की खबरें आयी हैं। इसके अलावा बैरकपुर क्षेत्र के काकीनाड़ा में अभी भी हालात चिंताजनक बने हुए हैं। देगंगा में हुई हिंसा में 12 लोग घायल हुए हैं।
यहां केंद्रीय बल तैनात हैं और हालात पर अपनी नजर रखे हुए हैं। हिंसा को देखते हुए क्षेत्र में धारा 144 लागू की गई है। गौरतलब है कि लोकसभा चुनाव नतीजों के बाद तणमूल प्रमुख ममता बनर्जी ने कालीघाट स्थित अपने आवास में आपातकालीन बैठक बुलाई है। पश्चिम बंगाल में तृणमूल कांग्रेस को भाजपा से कड़ी टक्कर मिली है। भाजपा ने इन चुनावों में आश्चर्यजनक प्रदर्शन करते हुए राज्य की 42 लोकसभा सीटों में से 18 सीटें जीती है और उसे 40 प्रतिशत से ज्यादा मत हासिल हुए हैं।
पार्टी सूत्रों के अनुसार सुश्री बनर्जी ने बैठक में सभी जीतने वाले और हारने वाले उम्मीदवारों को बुलाया है, इसके साथ ही उन्होंने पार्टी के उच्च पदाधिकारियों को भी बैठक में भाग लेने के लिए आमंत्रित किया है। पार्टी की बैठक दक्षिण कोलकाता में स्थित उनके कालीघाट आवास पर शाम को चार बजे होगी। इससे पहले सुश्री बनर्जी ने शुक्रवार को ट्वीट कर कविता पोस्ट की थी जिसका शीर्षक था, मैं नहीं मानती। उन्होंने हिंदी, अंग्रेजी और बंगला में कविता शेयर करते हुए लिखा कि वह सांप्रदायिकता के रंग और धार्मिक उनमाद को बढ़ावा देने में कतई विश्वास नहीं करती।’’ उन्होंने लिखा, ‘‘मैं सांप्रदायिकता को नहीं मानती।
सभी धर्मों में सहिष्णुता होती है। मैंने बंगाल में सद्भावपूर्ण माहौल बनाने के लिए काम किया है। मैं धार्मिक उनमाद को बढ़ावा देने पर विश्वास नहीं करती हूं। मैं उस धर्म को मानती हूं जो मानवता पर विश्वास करता है।’’ इससे पहले भाजपा के प्रदेश अध्यक्ष दिलीप घोष ने शुक्रवार को कहा कि भाजपा की विजय यात्रा अभी शुरू हुई है और बंगाल के लोगों ने परिवर्तन का मन बना लिया है जो 2021 में बंगाल विधानसभा चुनाव के समय पूरा होगा। राज्य में हो रही हिंसा पर उन्होंने कहा,‘‘ पिछले चार वर्षों में भाजपा कार्यकर्ताओं पर अनेक हमले हुए हैं और 2018 में पंचायत चुनावों के समय करीब 40 भाजपा समर्थकों की हत्या की गई थी। हम सबका साथ सबका विकास पर विश्वास रखते हैं लेकिन अगर हमारे कार्यकर्ताओं पर हमले होंगे तो हम चुप नहीं बैठेंगे।’’